परिषद की घमकी के बाद हुआ बदलाव रामायण के पात्र जैसे राम, हनुमान, लक्ष्मण की वेशभूषा में वेटर को देखने के बाद उज्जैन अखाड़ा परिषद की ओर से आपत्ति जताते गई है। परिषद ने रेलवे से वेटर की ड्रेस बदलने के लिए कहा था और ऐसा न करने पर 12 दिसंबर को ट्रेन रोकने की धमकी दी गई थी। परिषद की ओर से मिली धमकी के बाद रेलवे ने ड्रेस कोड को बदल कर दिया है।
टोपी व दस्तानें होंगे भगवा संतों की धमकी के बाद रेलवे ने स्पष्ट किया है कि वेटर्स की पेशेवर पोशाक पूरी तरह से बदल दी गई है। असुविधा के लिए खेद है अब वेटर की ड्रेस के तौर पर सामान्य शर्ट पतलू और पारंपरिक टोपी को रखा गया है। हालांकि नई ड्रेस कोड में भी वेटर भगवा रंग की टोपी, दस्ताने व मास्क पहने रहेंगे।
इन 15 स्थानों के दर्शन कराएगी ट्रेन प्रभु भगवान श्रीराम से जुड़े 15 स्थानों के दर्शन कराने के लिए रामायण सर्किट ट्रेन को 7 नवंबर को सफदरगंज रेलवे स्टेशन से रवाना किया गया था। यह ट्रेन भगवान श्रीराम से जुड़े हुए 15 स्थानों पर यात्रियों को भ्रमण कराएगी। अपनी यात्रा के दौरान ट्रेन यात्रियों को अयोध्या, प्रयाग, जनकपुर, नंदीग्राम, चित्रकूट, नासिक, सीतागाणी, हंपी और रामेश्वर के दर्शन कराएगी। एक बार में यह ट्रेन 7500 किलोमीटर का सफर तय करेगी। इस ट्रेन में 800 यात्रियों की क्षमता है प्रति यात्री का टिकट 15120 का है।