इस महाआरती का आरभ पर्यावरण सुरक्षा की दृष्टि से वृक्षो को रक्षासूत्र बांधकर हुआ. शंखनाद के साथ महाआरती का नज़ारा बनारस के घाट जैसा दिखा। रक्षाबंधन पर विशेष सांस्कृतिक का आयोजन किया। महाआरती में वृन्दावन के परमपुज्य माँ तुलसी पीठधेश्वर पुरुषोत्तम रामानुजाचार्य जी महाराज और उदासीन अखाडा के परमपुज्य महंत धर्मेंद्र जी महाराज ने की. इस मौके पर परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव जी उपस्थित रहे। इसके बाद रक्षाबंधन पूर्णिमा और नदी किनारे चंद्रग्रहण का महत्त्व बताया। इसके बाद अति विशेष पांच सनातन शिरोमणि और दो सनातन वीरांगनाओं का सम्मान हुआ। इस बार महाआरती में रो गनिवारण में चंद्रग्रहण पूर्णिमा का विशेष महत्व के साथ जीवन में आनंद कैसे आएगा इस पर विशेष आशीर्वचन संतो से प्राप्त हुआ.
कार्यक्रम को सफल बनाने में पवन सिंह, संतोष पाण्डेय, रमेश अवस्थी, मेजर वीरेंद्र शर्मा, शिवप्रकाश मिश्र सेनानी, हेमलता त्रिपाठी, दिव्या शुक्ला, विकास मिश्रा, मनु सिंह, मनोज दास, शुभम, कमल कपूर, राजीव शुक्ल, डॉ0 आशुतोष पाण्डेय, अनुराग मिश्र आदि लोग मौजूद रहे.
कार्यक्रम को सफल बनाने में पवन सिंह, संतोष पाण्डेय, रमेश अवस्थी, मेजर वीरेंद्र शर्मा, शिवप्रकाश मिश्र सेनानी, हेमलता त्रिपाठी, दिव्या शुक्ला, विकास मिश्रा, मनु सिंह, मनोज दास, शुभम, कमल कपूर, राजीव शुक्ल, डॉ0 आशुतोष पाण्डेय, अनुराग मिश्र आदि लोग मौजूद रहे.
गोमती आरती में जुटी भीड़
गोमती आरती के मौके पर आये लोगों को गोमती सुरक्षा के बारे में सन्देश दिया गया. आरती में शामिल हुए लोगों ने गोमती को रक्षासूत्र बाँध कर गोमती को प्रदुषण मुक्त बनाने के लिए प्रेरित किया। झूलेलाल वाटिका में गोमती महाआरती के दौरान बच्चों ने सुंदर रंगोली बनाई जो देखने लायक थी. रंगोली पर्यावरण सुरक्षा थीम पर बनाई गई. महाआरती में रोगों को दूर रखने के लिए ख़ास बातें बताई गईं. महंत दिव्यागिरि जी महाराज ने आरती में शामिल हुए लोगों को प्रसाद वितरित कर उनके स्वास्थ्य की कामना की.
गोमती आरती के मौके पर आये लोगों को गोमती सुरक्षा के बारे में सन्देश दिया गया. आरती में शामिल हुए लोगों ने गोमती को रक्षासूत्र बाँध कर गोमती को प्रदुषण मुक्त बनाने के लिए प्रेरित किया। झूलेलाल वाटिका में गोमती महाआरती के दौरान बच्चों ने सुंदर रंगोली बनाई जो देखने लायक थी. रंगोली पर्यावरण सुरक्षा थीम पर बनाई गई. महाआरती में रोगों को दूर रखने के लिए ख़ास बातें बताई गईं. महंत दिव्यागिरि जी महाराज ने आरती में शामिल हुए लोगों को प्रसाद वितरित कर उनके स्वास्थ्य की कामना की.