ये भी पढ़ें- अयोध्या मस्जिद निर्माणः ट्रस्ट का जारी हुआ लोगो, जानिए क्या हैं इसके मायने जो करना चाहती हैं, उसमें मैं उनके साथ हूं- पति अजितेश ने कहा कि सपा में जाने का फैसला साक्षी का व्यक्तिगत फैसला है। मैंने पहले भी उनके हर फैसले में साथ दिया है और अब भी मैं उनका साथ दूंगा। वह अखिलेश यादव सरकार में किए गए विकास कार्यों से बहुत प्रभावित हैं। और इसी कारण वह सपा में जाना चाहती है। साक्षी के पिता के खिलाफ चुनाव लड़ने के सवाल पर अजितेश ने कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं है। वह केवल एक सामाजिक कार्यकर्ता के रुप में काम करना चाहती है।
ये भी पढ़ें- विधायक रामवीर उपाध्याय के भाजपा में शामिल होने पर बसपा महासचिव का आया बड़ा बयान प्रतिक्रिया का है इंतजार- साक्षी ने सोमवार को लिखे पत्र में सपा अध्यक्ष अखलेश यादव को लोकप्रिय युवा नेता के तौर पर देखती हैं और उनसे मिलने के लिए वक्त मांगा है। हालांकि अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। अखिलेश साक्षी को समय देते हैं, तो उनसे मिले वह पति के साथ लखनऊ आएंगी।