बता दें समाजवादी पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव एक हफ्ते से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। मेदांता अस्पताल ने रविवार को ही उनका हेल्थ बुलेटिन जारी करते हुए बताया था कि वह आईसीयू में भर्ती हैं। जहां विशेषज्ञों की टीम लगातार नेता जी की निगरानी कर रह रही है। हेल्थ बुलेटिन में बताया गया था कि उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा है। उनकी हालत नाजुक है, इसलिए उन्हें जीवन रक्षक दवाओं पर रखा गया है। इसके बाद सोमवार सुबह 8 बजकर 16 मिनट पर मुलायम सिंह यादव ने मेदांता हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली है।
यूपी में दौड़ी शोक की लहर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जैसे ही ट्वीट करते हुए मुलायम सिंह यादव के निधन की जानकारी दी तो पूरे यूपी में शोक की लहर दौड़ गई। सपा समर्थकों के साथ तमाम लोग अपनी संवेदना व्यक्त कर रहे हैं।
अगस्त से लगातार गिर रहा स्वास्थ्य दरअसल, मुलायम सिंह यादव की तबीयत तीन साल से नासाज थी। उन्हें हर महीने में दो-तीन बार जांच के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ता था। इस साल अगस्त के महीने से उनका स्वास्थ्य लगातार गिर रहा था। वहीं पिछले हफ्ते तबीयत ज्यादा खराब होने पर उन्हें फिर से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। तभी से अखिलेश यादव भी परिवाार के साथ गुरुग्राम में ही उनके इलाज की पल-पल की जानकारी ले रहे थे।