लखनऊ. Sarkari Naukri और युवाओं की बेरोजगारी दूर करने को CM Yogi Adityanath की सरकार एक और बड़ा कदम उठाने जा रही है। सरकार ने फैसला किया है कि वह 50 हजार युवाओं को उद्योग लगाने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। इसके लिए प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) का लक्ष्य बढ़ाने का फैसला किया गया है। मोदी सरकार से औपचारिक मंजूरी मिलते ही युवाओं के “अच्छे दिन” आ जाएंगे। उत्तर प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड ने इसके लिए जरूरी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
वहीं इस मसले पर बात करते हुए खादी व ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत प्रदेश के 50 हजार युवाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराने के प्रस्ताव को केंद्र सरकार से सैद्धांतिक स्वीकृति मिल चुकी है। जल्द ही युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार आर्थिक मदद देगी।
बड़े जिलों में लगेंगी 1000 यूनिटें
खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के प्रस्ताव के अनुसार बड़े जिलों में 1-1 हजार यूनिट लगाई जाएंगी जबकि ललितपुर, हमीरपुर और महोबा जैसे छोटे जिलों के लिए अपेक्षाकृत कुछ कम लक्ष्य दिया जाएगा। यहां बता दें कि इस योजना में डीएम की अध्यक्षता में गठित जिलास्तरीय कार्यदल के माध्यम से लाभार्थियों का चयन किया जाता है।
पहले लक्ष्य था कम, इसलिए सरकार ने लिया ये फैसला
वर्ष 2008 में शुरू किए गए पीएमजीईपी कार्यक्रम के तहत ग्रामीण क्षेत्र में उद्यम स्थापित करने के लिए 25 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है। लक्ष्य कम होने के चलते 2016-17 में सिर्फ़ 2806 यूनिट स्थापित हो सकीं थी इसलिए सरकार ने इसे बढ़ाकर 50 हजार करने का फैसला किया है। पीएमजीईपी के तहत खनिज आधारित उद्योग, वन आधारित उद्योग, कृषि आधारित और खाद्य उद्योग, रसायन आधारित उद्योग, इंजीनियरिंग और गैर परंपरागत ऊर्जा, वस्त्रोद्योग (खादी को छोड़कर) और सेवा उद्योग जैसे उद्यम लगाने के लिए आर्थिक मदद दी जाती है।