मिश्र ने बताया कि श्रीमद्भागवत के अनुसार चन्द्रमा को औषधि का देवता माना जाता है। इस दिन चांद अपनी 16 कलाओं से पूरा होकर अमृत की वर्षा करते हैं। Sharad Purnima पर मीन राशि में चंद्रमा और कन्या राशि में मंगल रहेगा। इस तरह दोनों ग्रह एक दूसरे के बिलकुल आमने-सामने रहेंगे। वही हस्त नक्षत्र में भी मंगल रहेगा, जो कि चंद्रमा के स्वामित्व वाला नक्षत्र है। इससे पहले ग्रहों की ऐसी स्थिति 30 साल पहले बनी थी। इसके साथ ही चंद्रमा पर बृहस्पति की दृष्टि पड़ने से गजकेसरी नाम का एक और शुभ योग बन रहा है। इस वर्ष महायोग बनने से Sharad Purnima पर खरीदारी और नए काम शुरू करना शुभ रहेगा। इस शुभ संयोग में धन लाभ होने की संभावना और बढ़ जाएगी। इस दिन किए गए काम लंबे समय तक फायदा देने वाले रहेंगे।
Sharad Purnima का शुभ मुहूर्त पूर्णिमा तिथि शुरुआत 13 October 2019 की रात 12 बजकर 36 मिनट से पूर्णिमा तिथि ख़त्म 14 October की रात 2 बजकर 38 मिनट तक
चंद्रोदय का सही समय 13 October 2019 की शाम 5 बजकर 26 मिनट