ये भी पढ़ें- बारिश से राजधानी में बढ़ी ठंड, ठिठुरते दिखे स्कूली बच्चे व दफ्तर जाते लोग, कल भी दिखेगा असर इन मुद्दों को लेकर हो रहा प्रदर्शन- यह प्रदर्शन प्रदेश में किसान अयोग का गठन, पिछड़ों की जाति आधारित जनगणना कराना, महिलाओं की सुरक्षा, बेरोजगारों को रोजगार या बेरोजगारी भत्ता, अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार व पक्षपात, शिक्षामित्रों के लिए भारत सरकार द्वारा कानून बनाकर उनका समायोजन, जंगल राज खत्म हो, भ्रष्टाचार पर सख्ती से रोक लगे, गरीबी हटाओ रोजगार दिलाओ, दैनिक मजदूरी बढ़ाने के लिए, आर्थिक समानता, तेल नीति में संशोधन, आवारा पशुओं का उचित प्रबंध, पुरानी पेंशन नीति को लागू करने आदि जैसे मुद्दों के लिए हुआ।
ये भी पढ़ें- अखिलेश यादव का देशवासियों के नाम पत्र, प. बंगाल के घटनाक्रम को लेकर भाजपा को दिया करारा जवाब प्रसपा ने केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन-आज हुए प्रदर्शन में प्रदेश के हर जिले से भारी हुजूम देखने को मिला है। प्रदर्शन के दौरान प्रसपा नेता बेहद ही आक्रोशित नजर आये। इस दौरान प्रसपा कार्यकार्ताओं ने केंद्र सरकार व राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। प्रसपा के इस प्रदेशव्यापी प्रदर्शन को व्यापक जनसमर्थन मिला। हर जिले में भारी जनसमूह ने एक तयशुदा केंद्र से जिलाधिकारी कार्यालय की ओर मार्च किया। मार्च के दौरान बूढ़े, नौजवान, महिवाएं व समाज के हर वर्ग के लोगों ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
‘कुर्सी खाली करो’ कार्य को लेकर हम निकले हैं- पार्टी के मुख्य प्रवक्ता डॉ सीपी राय ने लखनऊ में पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि केंद्र और प्रदेश की सरकारें अपने सारे वादे पूरे करने में असफल रही हैं। किसान आत्महत्या कर रहा है, नौजवान पिट रहा है। कानून व्यवस्था ध्वस्त है और देश में बदहाली फैली हुई है। ‘कुर्सी खाली करो’ के कार्य को लेकर हम लोग निकले हैं। हमारा मानना है कि अगर आप कुर्सी पर बैठकर कुछ कर नहीं सकते तो कुर्सी छोड़ दीजिये। हमारा ये प्रदर्शन सरकार के खिलाफ है। वहीं औरया में प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे पार्टी महासचिव आदित्य यादव ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिहं यादव के आह्वान पर आज पूरे प्रदेश में प्रसपा के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार से हमारी मांग है कि किसानों को उनका हक़ दिया जाए। देश और प्रदेश से बेरोजगारी हटाई जाए और महंगाई को कंट्रोल किया जाए।