उधर लोक सेवा आयोग में भी 3240 प्रवक्ता और 10768 सहायक अध्यापकों की भर्ती अटकी हुई है। स्कूलों में शिक्षकों के पद खाली होने से पाठ्यक्रम समय पर पूरा करने की समस्या खड़ी हो गई है। गणित, अंग्रेजी और विज्ञान के शिक्षक नहीं होने से विद्यार्थी और अभिभावक चिंतित हैं। बीते दिनों हुई विभाग की समीक्षा बैठक में सभी बेसिक० शिक्षा अधिकारियों ने समस्याओं को प्रमुखता से उठाया है। सभी जिला विद्यालय निरीक्षक उनके जिलों में स्थित राजकीय और निजी बीएड कॉलेजों से संपर्क कर विद्यार्थियों को स्कूलों में तैनात करेंगे। B.ed विद्यार्थियों को उनकी सुविधा के अनुसार निकटवर्ती ग्रामीण एवं शहरी स्कूल में छह छह महीने पढ़ाने के लिए तैनात किया जाएगा। विभाग का मानना है कि इससे बिना किसी खर्च के स्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था होगी। वहीं विद्यार्थियों को सरकार से प्रमाण पत्र भी मिलेगा।