सचिव सुत्ता सिंह के स्थान पर रूबी सिंह को बेसिक शिक्षा परिषद की नई सचिव बना दिया गया है। यूपी में बेसिक शिक्षा विभाग में 68,500 पदों पर सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा के परिणाम में 41,556 अभ्यर्थियों का चयन हआ था। लेकिन लिखित परीक्षा के परिणाम में सचिव सुत्ता सिंह ने कई गलतियां की है जिसमें कुछ फेल हुए छात्रों के अंक बढ़ा दिए हैं और कुछ अभ्यर्थियों को बिना परीक्षा दिए ही पास दिया है।
जैसे ही इसकी जानकारी योगी सरकार को लगी वैसे ही योगी सरकार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए परीक्षा परिणामों में गड़बड़ी करने के आरोप में सचिव सुत्ता सिंह को निलंबित कर दिया है और उनके स्थान पर रूबी सिंह को बेसिक शिक्षा परिषद की नई सचिव बना दिया है।
बेसिक शिक्षा परिषद व एनआईसी ने किए जिले आवंटित
आपको बता दें कि 68500 शिक्षक भर्ती के लिए घोषित किए गए परिणाम में दो, पांच व सात अंक पाने वाले अभ्यर्थियों को भी काउंसलिंग के बाद सचिव बेसिक शिक्षा परिषद व एनआईसी ने जिले आवंटित कर दिए थे। जिला आवंटन के बाद इन अभ्यर्थियों का मामला दूसरे परीक्षार्थियों के संज्ञान में आने और अधिकारियों के जांच के दायरे में फंसने के डर से बेसिक शिक्षा परिषद ने प्रदेश के 14 जिलों के जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर नियुक्ति पत्र जारी करने पर रोक लगा दी थी।
इन लोगों को दिए थे यह जिले
-दो अंक पाने वाले गोरखपुर के अरुण कुमार को देवरिया,
-पांच अंक पाने वाले महराजगंज के निजाम हुसैन को महराजगंज,
-54 अंक पाने वाले इटावा के संजय कुमार को मैनपुरी,
-41 अंक पाने वाली अलीगढ़ की बीना को अलीगढ़,
-19 अंक पाने वाले बाराबंकी की दीपलता को बाराबंकी,
-62 अंक पाने वाली पूजा को सीतापुर,
-55 अंक पाने वाले सत्यपाल चौहान को बलरामपुर,
-22 अंक वाले शिवेंद्र कुमार वर्मा को बाराबंकी
-44 अंक पाने वाले दीपक कुमार को बाराबंकी