जिले के माखी क्षेत्र में रहने वाली एक नाबालिग लड़की ने उन्नाव के बांगरमऊ से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर दुष्कर्म का अरोप लगाया था। पीडि़ता के मुताबिक जून 2017 में नौकरी के नाम पर ग्राम प्रधान की पत्नी उसे विधायक सेंगर के आवास पर लग गई थी, जहां विधायक ने उसके साथ दुष्कर्म किया था।
नाबालिग पीडि़ता ने आरोप लगाया था कि वह न्याय के लिए जिले के हर पुलिस अधिकारी के पास गई, लेकिन कहीं भी कोई सुनवाई नहीं हुई। पीडि़ता के मुताबिक आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर उस पर पुलिस में शिकायत नहीं करने का दबाव बनाता रहा। नाबालिग ने आरोप लगाया था कि तीन अप्रैल को दबाव बनाने के लिए उसके पिता से विधायक के भाई अतुल सिंह और मनोज ने मारपीट की। वहीं विरोध करने पर उसके पिता के खिलाफ एक फर्जी मुकदमा लिखा दिया गया। पीडि़ता के मुताबिक जिले में कहीं भी सुनवाई न होने के कारण और पुलिस की निष्क्रियता और भाजपा विधायक की दबंगई से परेशान होकर वह लखनऊ पहुंची और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के बाहर मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह करने करने की कोशिश किया। इस घटना के बाद राजधानी की पुलिस हरकत में आई। एडीजी लखनऊ जोन खुद सक्रिय हुए और पीडि़ता को परिवार के साथ अपने आफिस बुलाया और पीडि़ता से बातचीत की और उसके बाद एडीजी ने उन्नाव के माखी कोतवाल को भी इस मामले में पूरे दस्तावेजों सहित तलब किया।
इस मामले में बाद में केस दर्ज हुआ और उसके बाद इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया। बतादें कि इस समय आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर सीतापुर जेल में बंद हैं।