सड़क पर उतरा विपक्ष वहीं इससे पहले रेप पीड़िता के शव को कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार देर शाम दिल्ली से उन्नाव लाया गया। पीड़िता के साथ गैंगरेप के आरोपियों ने उसे गुरुवार सुबह जिंदा जलाने की कोशिश की थी, जिसके बाद 90 फीसदी तक झुलसी पीड़िता को पहले लखनऊ और फिर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान शुक्रवार रात पीड़िता की मौत हो गई, जिसके बाद देशभर में इस घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन हुए और विपक्ष सड़कों पर उतर आया।
उन्नाव में हालात बेहद नाजुक जानकारी के मुताबिक पीड़िता का शव उन्नाव उसके गांव पहुंचने के बाद क्षेत्र के हालात बेहद नाजुक बने हुए हैं। कानून व्यवस्था के मद्देनजर सीतापुर, हरदोई और लखनऊ से पुलिस फोर्स को उन्नाव बुलाया गया है। इसके अलावा पीएसी को भी मौके पर तैनात किया गया है। मीडिया को पीड़िता के घर से दूर रखा गया है। पीड़िता के शव को घर के कच्चे बरामदे में रखा गया है। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली से शाव लाने के बाद पीड़िता के शव का उन्नाव के जिला प्रशासन के अधिकारी रास्त में ही अंतिम संस्कार कराना चाहते थे। लेकिन परिवार के विरोध के बाद अंतिम संस्कार आज पूरा कराने का फैसला किया गया। वहीं पीड़िता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक पीड़िता की मौत ज्यादा जलने की वजह से हुई है।
फास्ट ट्रैक कोर्ट में जाएगा केस वहीं इस मामले के तूल पकड़ने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने पीड़िता के परिवार के लिए 25 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया। इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पीड़िता के परिवार को घर देने की भी घोषणा की गई। सीएम योगी ने इस केस को फास्ट ट्रैक में ले जाने की बात कही, जिससे कि मामले के दोषियों को जल्द और सख्त सजा दिलाई जा सके।