लखनऊ. उत्तर प्रदेश, कोरोना संक्रमण (Coronavirus in UP) पर काबू पाता नजर आ रहा है। करीब 20 जिलों में कोविड के एक भी नए मामले नहीं आ रहे हैं। कुछ माह पूर्व जहां प्रतिदिन मरीजों की संख्या हजारों में पहुंच रही थी, वहीं अब यह आंकड़ा भी करीब 250 पर आ गया है। आगामी दिनों में उम्मीद है कि पूरे यूपी में यह संख्या भी शुन्य हो जाएगी। वैक्सीन (Corona vaccine) अभियान शुरू होने से भी कोरोना को पूरी तरह से मात देने का भरोसा बढ़ा है। शुक्रवार को 2.10 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया गया। हालांकि सभी स्वासथ्यकर्मी कोरोना के इस अभियान में शामिल होने से कतरा रहे हैं। प्रथम चरण में यूपी में कोरोना टीकाकरण से बचे 2,57,781 में से 1,71,198 स्वास्थकर्मी ही गुरुवार को टीका लगाने केंद्रों पर पहुंचे। इस तरह 66.41 फीसदी ही टीकाकरण हुआ था। केंद्र व यूपी सरकार के साथ-साथ वरिष्ठ डॉक्टर इसे पूरी तरह सुरक्षित बता रहे हैं, बावजूद इसके कुछ स्वासथ्यकर्मियों में इसको लेकर डर कायम हैं।
ये भी पढ़ें- गाजीपुर बॉर्डर पर तनाव, सीएम ने बुलाई बैठक, राकेश टिकैत ने कहा- नहीं करेंगे सरेंडर, यही लगाएंगे फांसी महोबा व औरैया में छह दिनों से एक भी नया केस नहीं-
यूपी में अब तक कोरोना मरीजों की कुल संख्या 5,99,624 पहुंच गई है। वहीं अब तक 8642 लोग इससे अपनी जान गवां चुके हैं। महोबा व औरैया में छह दिनों से एक भी नया केस देखने को नहीं मिला। वहीं मथुरा, शामली, श्रावस्ती, हमीरपुर, बागपत, भदोही, अमरोहा, एटा, इटावा में बीते तीन-चार दिनों से एक भी नया केस नहीं मिला है। हर दिन औसतमन 20 से अधिक जिलों में कोई भी नया केस सामने नहीं आ रहा है। 28 जनवरी को 20 जिलों में एक भी मरीज नहीं मिला, वहीं इससे पूर्व 27 जनवरी को 42, 26 जनवरी को 16 व 25 जनवरी को 24 जिलों में एक भी मरीज नहीं मिला था। अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में अब तक कुल 2,75,36,736 सैम्पल की जांच की जा चुकी है।
यूपी में अब तक कोरोना मरीजों की कुल संख्या 5,99,624 पहुंच गई है। वहीं अब तक 8642 लोग इससे अपनी जान गवां चुके हैं। महोबा व औरैया में छह दिनों से एक भी नया केस देखने को नहीं मिला। वहीं मथुरा, शामली, श्रावस्ती, हमीरपुर, बागपत, भदोही, अमरोहा, एटा, इटावा में बीते तीन-चार दिनों से एक भी नया केस नहीं मिला है। हर दिन औसतमन 20 से अधिक जिलों में कोई भी नया केस सामने नहीं आ रहा है। 28 जनवरी को 20 जिलों में एक भी मरीज नहीं मिला, वहीं इससे पूर्व 27 जनवरी को 42, 26 जनवरी को 16 व 25 जनवरी को 24 जिलों में एक भी मरीज नहीं मिला था। अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में अब तक कुल 2,75,36,736 सैम्पल की जांच की जा चुकी है।
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स्वास्थ्यकर्मी फुल अटेंडेंस में तो नहीं पहुंच रहे, लेकिन कुछ जिलों में इनका पूरा सहयोग मिल रहा है। बलरामपुर इस मामले में सबसे आगे रहा, जहां 99.07 प्रतिशत टीकाकरण हुआ है। 22 जनवरी को भी यहां 98 प्रतिशत टीकाकरण हुआ था। इसके अतिरिक्त सिद्धार्थनगर में 98.32 प्रतिशत, संतकबीरनगर में 97.52 व बाराबंकी में 92.45 प्रतिशत टीकाकरण हुआ है। वह जिले जिनमें सबसे कम लोग टीका लगवाने पहुंचे उनमें सोनभद्र (44.75 प्रतिशत), फिरोजाबाद (45.31), गोरखपुर में (45.58), चंदौली में (46.66), रायबरेली में (46.78), राजधानी लखनऊ (48.70) और मुजफ्फरनगर (49.66 प्रतिशत) रहे।
स्वास्थ्यकर्मी फुल अटेंडेंस में तो नहीं पहुंच रहे, लेकिन कुछ जिलों में इनका पूरा सहयोग मिल रहा है। बलरामपुर इस मामले में सबसे आगे रहा, जहां 99.07 प्रतिशत टीकाकरण हुआ है। 22 जनवरी को भी यहां 98 प्रतिशत टीकाकरण हुआ था। इसके अतिरिक्त सिद्धार्थनगर में 98.32 प्रतिशत, संतकबीरनगर में 97.52 व बाराबंकी में 92.45 प्रतिशत टीकाकरण हुआ है। वह जिले जिनमें सबसे कम लोग टीका लगवाने पहुंचे उनमें सोनभद्र (44.75 प्रतिशत), फिरोजाबाद (45.31), गोरखपुर में (45.58), चंदौली में (46.66), रायबरेली में (46.78), राजधानी लखनऊ (48.70) और मुजफ्फरनगर (49.66 प्रतिशत) रहे।
4 व 5 फरवरी को बचे हुए स्वास्थ्यकर्मियों का होगा टीका-
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि शुक्रवार को टीकाकरण से बचे हुए स्वास्थ्यकर्मियों को 4 व 5 फरवरी को टीका लगाया जाएगा। गुरुवार को जिनको वैक्सीन लगाई गई उनमें से 173 लाभार्थियों ने मामूली दर्द व चक्कर आदि की शिकायत थी, लेकिन किसी केंद्र से प्रतिकूल प्रभाव की कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है।
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि शुक्रवार को टीकाकरण से बचे हुए स्वास्थ्यकर्मियों को 4 व 5 फरवरी को टीका लगाया जाएगा। गुरुवार को जिनको वैक्सीन लगाई गई उनमें से 173 लाभार्थियों ने मामूली दर्द व चक्कर आदि की शिकायत थी, लेकिन किसी केंद्र से प्रतिकूल प्रभाव की कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है।