बता दें कि बीएचयू जा रहे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर शिवपुर थाने के अन्तर्गत गिलट बाजार में रोका गया जिसके विरोध में राज बब्बर वहीं सड़क पर धरने पर बैठ गये। उनके साथ पीएल पुनिया सांसद, पूर्व विधायक अजय राय, वाराणसी के जिलाध्यक्ष श्प्रजानाथ शर्मा एवं शहर अध्यक्ष सीताराम केसरी, सेवादल के मुख्य संगठक प्रमोद कुमार पाण्डेय, आदि कई कांग्रेस नेता मौजूद थे जिन्हें पुलिस द्वारा जबरन गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले जाया गया ।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता ओंकारनाथ सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी तरह तानाशाही रवैया अख्तियार किये हुए है और लोकतंत्र का गला घोंटने पर उतारू है। जिस प्रकार बीएचयू में छात्र-छात्राओं पर प्रदेश सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा दमनात्मक कार्यवाही करते हुए बर्बर लाठीचार्ज और फायरिंग की गयी है वह लोकतंत्र के इतिहास में काला अध्याय है, जिसकी जितनी भी निन्दा की जाय कम है।
राजधानी में हुआ विरोध प्रदर्शन बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में राजधानी लखनऊ में कई संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। हजरतगंज के जीपीओ पार्क स्थित गांधी प्रतिमा पर समाजवादी छात्रसभा के कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन कर योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने बीएचयू में छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज की घोर निंदा करते हुए भाजपा सरकार को घेरा। वहीं
आम आदमी पार्टी ने भी दोपहर में इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
पत्रकारों ने भी किया प्रदर्शन बीएचयू में सुरक्षाकर्मियों द्वारा लाठीचार्ज में कई पत्रकार भी घायल हो गए जिसके विरोध में राजधानी लखनऊ में कई पत्रकारों ने विरोध प्रदर्शन किया। सुरक्षाकर्मियों द्वारा किये गए लाठीचार्ज की जहां एक तरफ सोशल मीडिया पर निंदा हो रही है। वहीं इस लाठीचार्ज के बाद छात्रों में काफी आक्रोश व्याप्त है। वाराणसी का ये आक्रोश राजधानी लखनऊ तक आ पहुंचा।