खादी प्लाजा का होगा निर्माण सत्यदेव पचौरी ने बताया कि लखनऊ में खादी को प्रोत्साहन देने के लिए खादी प्लाजा बनाया जाएगा। यहां केवल प्रदेश के ही खादी कारीगर अपने उत्पाद प्रदर्शित नहीं करेंगे बल्कि दूसरे प्रदेशों से भी व्यापारी आएंगे। खरीदारों को जिनके खादी उत्पाद पसंद आएंगे वो उसे खरीद सकते हैं। प्रमुख सचिव, खादी ग्रामोद्योग नवनीत सहग ने बताया कि इस खादी प्लाजा को डालीबाग के खादी भवन में ही लगाया जाएगा। उन्होंने जानकारी दी की सोलर चर्खे से उत्पन्न बिजली से खादी उत्पाद बनाने वाला पहला प्रदेश बनने वाला है। इसके साथ ही खादी का उत्पादन कर रहीं 259 इकाइयों को 1333.33 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।
निफ्ट भी करेगी सहयोग प्रदेश में खादी को प्रमोट करने के लिए रायबरेली स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी(निफ्ट) भी सहयोग करेग। खादी उत्पादन के लिए लोगों को सरकार प्रशिक्षण भी प्रदान करने जा रही है। इसके लिए रायबरेली के निफ्ट माध्यम से इस क्षेत्र में कार्य करने के इच्छुक लोगों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके अलावा चार दिवसीय खादी एक्सपो के दौरान निफ्ट के सहयोग से एक फैशन शो भी आयोजित किया जाएगा। इसमें छात्रों को खादी के डिजाइन बनाकर अपना टैलेंट दिखाने का मौका मिलेगा।
खादी की पॉलिसी भी बनी सरकार ने पिछले साल खादी नीति भी तैयार की थी। खादी ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी के मुताबिक इस नीति में अधिक से अधिक नौजवानों को रोजगार दिलाने, खासकर महिलाओं को अपने घर में ही सौर चरखों की मदद से खादी उत्पादन के जरिए आत्मनिर्भर बनाने के कदम प्रमुख रूप से शामिल हैं सरकार चाहती है कि खादी जनोपयोगी बने। सरकार का थीम वाक्य खादी फॉर यूथ, खादी फॉर नेशन है और वह खादी को जन-जन का परिधान बनाने के मकसद से उसकी डिजाइनिंग और उसे फैशन के अनुरुप बनाने के लिए शोध भी कराएगी। लखनऊ स्थित नए खादी भवन को खादी प्लाजा के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां अगले महीने केवल खादी वस्त्रों के ही शोरुम खोले जाएंगे।