लखनऊ, कानपुर, मेरठ, इलाहाबाद समेत प्रदेश के 16 मंडलों के आइटीआई में ये ट्रेनिंग सेंटर होंगे। परिवहन विभाग ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना में योगदान करेगा। चालकों को बेहतर ढंग से प्रशिक्षित किए जाने को लेकर विभाग आटोमेटिक ट्रैक से लेकर प्रशिक्षण तक से जुड़ी सभी व्यवस्थाओं को तैयार कराएगा। इस ट्रैक के लिए विभाग धन सड़क सुरक्षा कोष से लगाएगा। वहीं संचालन का जिम्मा कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआईआई) के हाथ होगा।
पहले चरण में सात जिले में होंगे आइटीआई तैयार अपर परिवहन आयुक्त के मुताबिक यह इंस्टीट्यूट प्रथम चरण में वाराणसी, गोरखपुर, मथुरा, इलाहाबाद, मुरादाबाद, मेरठ और मीरजापुर समेत सात जिलों में तैयार किए जाएंगे। उसके बाद शेष नौ जिलों की आइटीआई में इन्हें बनाया जाएगा।
इंस्टिट्यूट की तैयारियां तेज ट्रनिंग सेंटर्स के बारे में अपर परिवहन आयुक्त गंगाफल का कहना है कि सरकार दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए चालकों को बेहतर ढंग से प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से ठोस प्रयास शासन की ओर से शुरू हो गए हैं। इन इंस्टीटयूट से प्रशिक्षण के बाद दक्ष हाथों में वाहन का संचालन होगा। कुल 16 जिलों के में ड्राइविंग टेनिंग इंस्टीट्यूट जल्द बनाए जाने हैं। तैयारियां तेज हो गई हैं। इस संबंध में सड़क सुरक्षा कोष से प्रथम किस्त भी जारी कर दी गई है। साल भर में पहले चरण के सात स्थानों पर इन सेंटर की स्थापना कर दी जाएगी। वहीं दूसरे चरण में शेष रहे नौ को भी छह माह में तैयार किया जाना है।