अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले योगी सरकार प्रदेश में खासकर अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था चुस्त कर लेना चाह रही है। शासन ने प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए तैयारियां शुरू भी कर दी है। निषेधाज्ञा लागू किए जाने के बाद अयोध्या में अतिरिक्त पुलिस व पीएसी बल भी तैनात किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले अयोध्या व आसपास के जिलों की सीमाओं पर पहरा कड़ा कर दिया जाएगा। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती दीपोत्सव के दृष्टिगत की जा रही है।
तीन जोन में बंटा अयोध्या
सुरक्षा के लिहाज से अयोध्या को तीन जोन में बांटा गया है- रेड जोन, यलो जोन और ब्लू जोन। रेड जोन में विवादित स्थल की सुरक्षा है। यहां सुरक्षाबल आधुनिक हथियारों, वॉच टॉवर, ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी से लैस हैं। अयोध्या में दाखिल होने के सभी रास्तों, घाटों और सरयू नदी के तट की निगरानी के लिए सैकड़ों सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। अयोध्या में दाखिल होने वाले सभी प्रवेश द्वारों पर बैरिकेडिंग की गई है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पीएसी की 47 कंपनियां तैनात हैं। जल्द ही पीएसी की 200 कंपनियां और अर्द्धसैनिक बल और तैनात किए जाएंगे।
इनकी है तैनाती
30 इंस्पेक्टर, 50 सब इंस्पेक्टर, 10 महिला सब इंस्पेक्टर, 50 मुख्य आरक्षी और 200 आरक्षी और 100 महिला आरक्षी को मंगलवार को ही अयोध्या पहुंचने के निर्देश दिए गए। इनमें सीबीसीआईडी, ईओडब्ल्यू और भ्रष्टाचार निवारण संगठन में तैनात 30 इंस्पेक्टरों के अलावा प्रयागराज जोन से 10 सब इंस्पेक्टर, 4 महिला सब इंस्पेक्टर, 10 मुख्य आरक्षी, 60 आरक्षी और 40 महिला आरक्षी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। गोरखपुर जोन को 20 सब इंस्पेक्टर, 2 महिला सब इंस्पेक्टर, 20 मुख्य आरक्षी, 70 आरक्षी और 20 महिला आरक्षी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। वाराणसी जोन को 20 सब इंस्पेक्टर, 4 महिला सब इंस्पेक्टर, 20 मुख्य आरक्षी, 70 आरक्षी और 40 महिला आरक्षी उपलब्ध कराने को कहा गया है। वहीं, दीपोत्सव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए 7 अपर पुलिस अधीक्षक और 20 पुलिस उपाधीक्षक के साथ 20 इंस्पेक्टर, 70 सब इंस्पेक्टर और 500 सिपाही व 7 कंपनी पीएसी बल उपलब्ध कराया गया है।