इस बार अभ्यर्थी अब फोटो प्रमाण वाले किसी भी परिचय का नंबर आवेदन फॉर्म में भर सकते हैं। प्रवेश परीक्षा 22 अप्रैल को प्रस्तावित है।परिषद के सचिव एफआर खान ने बताया किआवेदन करने के लिए अभ्यर्थी को आधार नंबर भरना अनिवार्य नहीं है।अभ्यर्थी आधार आवेदन क्रमांक, विद्यालय द्वारा निर्गत पहचान पत्र संख्या, हाईस्कूल के अनुक्रमांक, राज्य या फिर केंद्र सरकार द्वारा जारी फोटो पहचान पत्र संख्या भी भर सकता है। आवेदन के बाद अगर अभ्यर्थी को लगता है कि उसने कोई गलत सूचना भर दी है तो 12 मार्च के बाद वह दोबारा लॉगइन करके दुरुस्त कर सकता है।
22 अप्रैल को होंगे दाखिले 22 अप्रैल को होने वाली प्रवेश परीक्षा की मेरिट के आधार पर निजी, अनुदानित और राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों में दाखिले दिए जाएंगे। प्रवेश परीक्षा में अभ्यर्थियों को 100 बहुविकल्पीय सवालों के जवाब देने होंगे। पॉलीटेक्निक छात्रों को विश्व स्तर के पाठ्यक्रम से जोड़ने की तैयारी है। इसके लिए पॉलीटेक्निक पाठ्यक्रम को राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (एनएसएफक्यू) से जोड़ा जायेगा। इस पाठ्यक्रम से जुड़ने वाले छात्र-छात्रओं की विदेशों में नौकरी पाने की राह आसान बनेगी। पॉलीटेक्निक छात्र-छात्रओं की पढ़ाई अब आधुनिक होगी। इसके लिए एनएसक्यूएफ छात्रों का पाठ्यक्रम तैयार करेगा। पाठ्यक्रम के साथ छात्रों में तकनीकी ज्ञान और कौशल को बढ़ाने पर जोर रहेगा। साथ ही छात्रों को विदेशी मांग के अनुरूप कौशल दिया जायेगा।
एनएसक्यूएफ के समन्वयक प्रो. एबी गुप्ता और प्राविधिक शिक्षा परिषद सचिव संजीव कुमार सिंह ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है। एनएसक्यूएफ में 10 लेवल का कोर्स होता है। पॉलीटेक्निक पाठ्यक्रम और तकनीकी को देखते हुए एनएसक्यूएफ ने इसे लेवल पांच की मान्यता दी है। एनएसक्यूएफ शुरुआती दौर में छह कोर्सो से इसकी शुरुआत करेगा। नये सत्र से इसमें सिविल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, कम्प्यूटर और कैमिकल डिप्लोमाधारी प्रशिक्षित होंगे। इनका पाठ्यक्रम जून तक तैयार होगा।अक्तूबर तक अन्य कोर्स होंगे तैयारप्रो. एबी गुप्ता ने बताया कि अक्तूबर तक द्वितीय और तृतीय वर्ष के कोर्स तैयार हो जायेंगे। इसके बाद 2019-20 से इसे पॉलीटेक्निक के प्रत्येक कोर्स में लागू किया जायेगा। हालांकि, केंद्र सरकार की योजना के अनुसार सभी प्राविधिक पाठ्यक्रमों को एनएसक्यूएफ से जोड़ा जाना है।