11 जुलाई 2013 को उच्च प्राथमिक विद्यालयों में गणित-विज्ञान के 29334 पदों पर सहायक अध्यापक भर्ती (Sahayak Adhyapak Bharti) का शासनादेश जारी हुआ था। प्रक्रिया काउंसिलिंग तक आगे बढ़ी थी, लेकिन 23 मार्च 2017 को योगी सरकार ने भर्ती प्रक्रिया में धांधली और अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए इस भर्ती पर रोक लगा दी थी। इसी के साथ यूपी सरकार ने 32002 अनुदेशकों की भर्ती प्रक्रिया पर भी रोक लगा दी थी, जिनकी भर्ती प्रक्रिया 24 अक्टूबर 2016 में शुरू हुई थी।
उत्तर प्रदेश में 1,12,747 प्राथमिक और 45,649 उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। प्रदेश में अभी शिक्षकों के कुल 46,560 पद अभी रिक्त हैं। इनमें से ग्रामीण क्षेत्रों के प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के 14,389 पद और सहायक अध्यापकों के 32,171 पद खाली हैं। इसके अलावा UP Shiksha Mitra के सहायक अध्यापक पद पर समायोजन रद्द होने के बाद से प्राथमिक विद्यालयों में छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद कुछ हद तक स्कूलों में नियमित टीचरों का संकट खत्म हो जाएगा।
बेसिक शिक्षा विभाग जल्द ही 68,500 पदों पर सहायक अध्यापकों (Assistant Teacher) की भर्ती करेगा। माना जा रहा है कि टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) परिणाम (uptet exam result 2017) के बाद ही बेसिक शिक्षा विभाग शिक्षक भर्ती (UP Shikshak Bharti) को लेकर विज्ञापन जारी करेगा। UPTET 2017 का रिजल्ट नवंबर के आखिरी सप्ताह में आने की संभावना है, ऐसे में बेसिक शिक्षा विभाग दिसंबर में 68,500 सहायक शिक्षकों के पदों पर विज्ञापन जारी करेगा।