बता दें कि प्रदेश के नगर क्षेत्रों में इस समय 4516 प्राइमरी स्कूल हैं, लेकिन इनमें पढ़ाने वाले शिक्षक सिर्फ 3480 यानी इनमें 1036 स्कूल ऐसे हैं जिनके पास एक भी शिक्षक नहीं है। जबकि 3480 स्कूल सिर्फ 1-1 शिक्षक के भरोसे हैं. वहीं अपर प्राइमरी स्कूलों में भी 1208 स्कूलों के लिए सिर्फ 1429 शिक्षक ही हैं। यानी शिक्षकों की कमी को देखते हुए यूपी सरकार ने यह कदम उठाया है। पिछली सरकारों से लेकर अब तक सहायक अध्यापकों की जो भी भर्तियां हुई वह सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों के लिए था।
पिछले कई सालों में सिर्फ 3 बार ही ग्रामीण क्षेत्रों से नगर क्षेत्रों में शिक्षकों का समायोजन और ट्रांसफर किया गया। इसके बाद 2016 में एक बार फिर ऐसा करने का शासनादेश तो हुआ लेकिन प्रक्रिया पूरी होने से पहले ही 2017 में विधानसभा चुनाव के चलते आचार सहिंता लागू होने से यह रुक गया। नगर क्षेत्र में शिक्षामित्रों के समायोजन से जो कमी पूरी हुई थी तो जुलाई 2017 में उन शिक्षामित्रों का समायोजन भी सुप्रीम के निर्देश पर रद्द हो गया।
जानकारी हो कि यूपी के बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 69,000 सहायक अध्यापकों की भर्ती शुरू हो गई। भर्ती के लिए शासनादेश जारी कर दिया गया। परीक्षा 6 जनवरी को 11 से 2.30 बजे तक मंडल मुख्यालय वाले जिलों में होगी। इसकी जिम्मेदारी परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय एलनगंज को दी गई है।