CM योगी आज गौतमबुद्ध नगर, मेरठ, गाजियाबाद का करेंगे दौरा, स्वास्थ्य सेवाओं का लेंगे जायजा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद और मेरठ का दौरा करेंगे। वह सुबह 8 बजे लखनऊ से रवाना होंगे और देर शाम तक इन तीन जिलों में ग्राउंड जीरो पर स्थिति का जायजा लेंगे। गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने उनके दौरे को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस दौरान जिले में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण व्याप्त महामारी और बचाव के अभियान की समीक्षा मुख्यमंत्री करेंगे। दरअसल कोविड रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद से ही मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश में अस्पतालों और कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण कर रहे हैं। इसी हफ्ते वह कोरोना से ज्यादा प्रभावित कई जिलों का दौरा कर चुके हैं। साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं को लगातार विकसित किया जा रहा है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री रविवार को वेस्ट यूपी और एनसीआर के प्रमुख जिलों गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद और मेरठ का दौरा करेंगे। इस दौरान वह अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे।
17 मई से यूपी के इन जिलों में शुरू होगा 18 से 44 साल वालों का टीकाकरण, CM योगी ने दिए निर्देश कोरोना संक्रमण (Corona Infection) पर प्रभावी नियंत्रण के लिए टीकाकरण अभियान (Vaccination Drive) में तेजी लाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सोमवार से प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालय वाले सभी जिलों में 18-44 वर्ष की आयु वालों का टीकाकरण शुरू करने की तैयारी की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा है कि बस्ती, विंध्याचल धाम, आजमगढ़, देवीपाटन और चित्रकूटधाम मंडल में भी सोमवार से टीका लगाए जाएं। गौरतलब है कि मौजूदा समय प्रदेश के 18 जिलों में 18-44 वर्ष की आयु वालों को टीका लगाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने शनिवार को कोविड-19 प्रबंधन के लिए गठित टीम-9 के साथ वर्चुअल बैठक के दौरान यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के पहले दिन लोगों के उत्साहवर्धन के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाए। वैक्सीन सेंटर तय करते समय यह ध्यान रखें कि स्थल पर प्रतीक्षालय के लिए खुला स्थान हो।
Black Fungus Scare: ब्लैक फंगस पर सीएम योगी का ‘प्रहार’, टीम 12 का गठन, ऐसे करेगी काम उत्तर प्रदेश में ब्लैक फंगस (Black Fungus) के मरीजों की संख्या में हो रही वृद्धि को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने बचाव एवं उपचार की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं। वहीं, इसकी चुनौतियों को दूर करने के लिए सरकार ने संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान की 12 सदस्यीय म्यूकोर्मियोकोसिस (सीएएम) प्रबंधन टीम का गठन किया है। शनिवार को जारी एक सरकारी बयान में सीएम योगी ने कहा कि कोविड संक्रमण के मुक्त हो जाने के बाद कुछ लोगों में ‘ब्लैक फंगस’ की बीमारी के मामले प्रकाश में आए हैं, इसे ध्यान में रखते हुए इस संक्रमण के समुचित उपचार की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री योगी ने निर्देशित किया कि सभी जिलों में ब्लैक फंगस के उपचार के लिए आवश्यक दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए और उन्होंने मुख्य सचिव को इस सम्बन्ध में भारत सरकार एवं चिकित्सा संस्थानों से आवश्यक समन्वय किए जाने के निर्देश दिए हैं।
उत्तर प्रदेश में पोस्ट कोविड मरीजों का मुफ्त होगा इलाज, CM योगी ने दिए निर्देश यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शनिवार को एक उच्च स्तरीय बैठ हुई। जिसमें सभी सरकारी अस्पतालों में पोस्ट कोरोना मरीजों का मुफ्त इलाज कराने का फैसला किया गया है। सीएम ने कहा है कि जिन कोविड मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई है, लेकिन फिर भी उन्हें इलाज की जरूरत है तो उन्हें उसी तरह की चिकित्सा देखभाल प्रदान की जानी चाहिए, जो कोरोना संक्रमितों को प्रदान की जा रही है। पोस्ट कोविड बीमारियों का इलाज करने वाला यूपी देश का पहला राज्य बना है। उन्होंने कहा कि राज्य भर में कई मरीज जो कोविड -19 महामारी से उबर चुके हैं, जिन्हें अभी भी समय-समय पर निगरानी और चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है। संक्रमण मुक्त होने के बाद की देखभाल और उपचार संक्रमण के दौरान जितना ही महत्वपूर्ण है। उनकी स्थिति का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करने और आवश्यक देखभाल के आधार पर, ऐसे रोगियों को एल-1 अस्पताल में आवश्यक ऑक्सीजन की उपलब्धता के साथ एक बिस्तर दिया जाना चाहिए।
नदियों में शव प्रवाहित करने से रोकेंगे नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान, अंतिम संस्कार के लिए मिलेंगे 5000 रुपये नदियों में शव प्रवाहित करने से रोकने की जिम्मेदारी नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों को सौंपी गई है। अत्याधिक निर्धन और निराश्रित परिवारों में मृत्यु होने पर शवों की उचित तरीके से अंत्येष्टि कराने के लिए पंचायतों द्वारा 5,000 रुपये धनराशि प्रदान की जाएगी। क्षेत्र व जिला पंचायत सदस्यों का भी सहयोग लिया जाए। भूखमरी के शिकार और बीमारी की दशा में इलाज के लिए भी सहायता देने के निर्देश दिए गए हैं। अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह ने शनिवार को जारी आदेश में कहा कि कोरोना अथवा अन्य किसी कारण से मृत्यु होने पर शवों को नदियों में बहा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में नवनिर्वाचित प्रधान अपने क्षेत्र में सुनिश्चित करें कि शव किसी भी दशा में नदी में प्रवाहित नहीं किया जाए। जिला पंचायत राज अधिकारियों को निर्देशित किया कि मृत व्यक्ति के परिजनों को अंत्येष्टि कराने के लिए पांच हजार रुपये प्रदान करने के साथ कोरोना संक्रमित का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकाल के तहत ही किया जाए।