कैंट विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस और बसपा ने अपने-अपने प्रत्याशी घोषित कर दिये हैं। कांग्रेस ने दिलप्रीत सिंह को पार्टी उम्मीदवार बनाया है, वहीं अरुण द्विवेदी बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी बनाकर ब्राह्मण चेहरे पर दांव खेला है। सपा और बीजेपी ने अभी प्रत्याशियों के नाम का ऐलान नहीं किया है। कैंट विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में अपर्णा यादव फिर से सपा कैंडि़डेट हो सकती हैं, वही बीजेपी में कैंडिडेट घोषित करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में चल रही है। अपर्णा लेकर चर्चा है कि लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट से वह बीजेपी प्रत्याशी हो सकती हैं।
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ब्राह्मण प्रत्याशियों का रहा दबदबा
कैंट विधानसभा सीट पर ज्यादातर ब्राह्मण प्रत्याशियों का ही दबदबा रहा है। इस सीट पर सबसे ज्यादा 11 बार ब्राह्मण प्रत्याशियों ने ही बाजी मारी है। यहां सबसे ज्यादा तीन-तीन बार कांग्रेस की प्रेमवती तिवारी (1980-85-89)और बीजेपी के सुरेश चंद्र तिवारी (1996-02-07) चुनाव जीतने में सफल रहे हैं। दो बार रीता बहुगुणा जोशी भी इस सीट से चुनाव जीती हैं। 2012 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुनी गई, वहीं 2017 में वह बीजेपी के टिकट पर विधानसभा पहुंचीं।
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2017 विस चुनाव परिणाम
2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुईं रीता बहुगुणा जोशी जीतने में सफल रहीं। उन्हें 95402 वोट मिले। दूसरे नंबर पर सपा प्रत्य़ाशी अपर्णा यादव रहीं। उन्हें 61606 वोट मिले। 26 हजार वोट पाकर बसपा प्रत्याशी योगेश दीक्षित तीसरे नंबर पर रहे।