बुधवार शाम तापमान में कमी महसूस की गई। हालांकि खिली धूप ने राहत पहुंचाई। न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 6.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। वायुमंडल में नमी 86 फीसद रही। बुधवार को अधिकतम तापमान 22 डिग्री के आसपास रहने की उम्मीद थी। राजधानी में प्रदूषण का स्तर कुछ कम हुआ। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 350 रिकॉर्ड हुआ। सोमवार को एक्यूआइ 379 दर्ज हुआ था। इस लिहाज से मंगलवार को हवाएं कुछ कम दूषित रहीं। मुजफ्फरपुर प्रदेश का सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा जहां एंक्यूआइ 388 रहा। वाराणसी (354) दूसरा सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा। कानपुर में 331 और गाजियाबाद में एक्यूआइ 329 रिकॉर्ड किया गया।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता का कहना है कि पहाड़ों पर बर्फबारी का दौर जारी है। वहां से टकराकर आ रही उत्तर-पछुआ बर्फीली हवा गलन पैदा कर रही है। दोपहर में धूप जरूर खिल रही है लेकिन तापमान बढ़ा हुआ है। धूप खिलने से वीकएंड तक मौसम में कुछ राहत मिलेगी, लेकिन उसके बाद फिर हाड़कंपाने वाले तेवर में लौटेगा मौसम।
लगातार जारी पारे के उतार-चढ़ाव के बीच बुधवार को सुबह कई जिलों में कोहरा था। सुबह के समय घने कोहरे से दृश्यता स्तर 20 मीटर के नीचे ही जा पहुंची। कस्बाई इलाकों में दृश्यता स्तर गिरने से दिक्कतें रही। सुबह 9 बजे के आसपास तक घने कोहरे से दृश्यता 20 मीटर से 100 मीटर तक आंकी गई। दोपहर में खिली धूप ने गलन से नाम भर की राहत दी। दिन का न्यूनतम तापमान मामूली रूप से चढ़कर 6.4 डिग्री दर्ज हुआ, ये सामान्य से एक डिग्री कम रहा।