कार्यक्रम में विशिष्ट अथिति राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष न्यायमूर्ति एमएसए सिद्दीकी मौजूद रहे। इस दौरान कुलपति प्रो. माहरूख मिर्जा ने बताया कि विश्वविद्यालय की स्थापना 2009 में उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम 1973 के तहत की गयी। विश्वविद्यालय का प्रथम शैक्षिक सत्र 2013-14 में प्रारम्भ हुआ था। अब तक विवि के 3 स्नातक सत्र और 4 परास्नातक सत्र पूरे हो चुके हैं इस वर्ष सबसे अधिक एडमिशन विश्वविद्यालय में हुए हैं। अभी तक
अभी तक 850 से अधिक एडमिशन हो चुके हैं। इससे पहले यूनिवर्सिटी में 400-500 प्रवेश होते थे। इस वर्ष शिक्षकों ने जनपद के लगभग 100 इन्टर कालेजों में जाकर अधिकाधिक प्रवेश हेतु प्रयास किये। वहीं उन्होंने ये भी बताया कि यूनिवर्सिटी में जल्द ही पीएचडी के कोर्स भी शुरू होंगे। इसके लिए बस शासन की अनुमति का इंतजार है।
इस बार शिक्षकों ने भी पहनी शेरवानी कुलपति प्रो. माहरूख मिर्जा ने बताया कि दीक्षांत समारोह के लिए शिक्षकों के परिधान में आंशिक बदलाव किया गया था। अब नए परिधान के अनुसार शिक्षक कुर्ता पैजामा के ऊपर शेरवानी पहनी। विद्यार्थियों के परिधान में कोई बदलाव नहीं किया गया है। वह पहले की तरह सफेद कुर्ता एवं पैजामा पहने दिखे।
आने वाले समय में होंगे ये काम -कुलपति के मुताबिक, शिक्षा के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय पहचान बनाने के लिए विश्वविद्यालय ने दो एमओयू भी हस्ताक्षरित किए हैं। यह एम0ओ0यू0 एबै्रस्टविथ विश्वविद्यालय, यू0के0 के साथ जनसंचार एवं पत्रकारिता तथा मैनेजमेंट के क्षेत्र में एवं सुल्तान शरीफ अली विश्वविद्यालय, ब्रुनई के साथ भाषाओं के विकास हेतु हस्ताक्षरित किए गए हैं। विश्वविद्यालय अल मुस्तफा अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय, ईरान के साथ भी एमओयू स्थापित करने के लिए प्रयासरत है।
-विश्वविद्यालय के पास स्थिति कैरियर मेडिकल इंस्टीट्यूट से टाईअप किया गया है जिसके अन्तर्गत कैरियर इंस्टीट्यूट के दो डॉक्टर प्रतिदिन विश्वविद्यालय में उपलब्ध रहते हैं। विश्वविद्यालय कैरियर इंस्टीट्यूट के साथ संयुक्त खेल व्यवस्था स्थापित करने के लिये भी प्रयासरत् है।
-भविष्य की कार्ययोजना का उल्लेख करते हुये उन्होंने बताया कि शीघ्र ही विश्वविद्यालय में विभिन्न विदेशी भाषाओं के शिक्षण हेतु विभाग का गठन किया जायेगा। साथ ही विश्वविद्यालय में स्थापित समस्त विभागों में कम्प्यूटर लैब की भी स्थापना की जायेगी।