सक्रिय केस हो या फिर टेस्टिंग और वैक्सीनेशन की बात प्रदेश सरकार द्वारा समय पर लिए गए निर्णयों का ही परिणाम है कि आज सर्वाधिक जनसंख्या वाला यूपी दूसरे प्रदेशों से कोरोना पर लगाम लगाने में अव्वल है। सक्रिय केसों के मामलों में यूपी के हालात दूसरे राज्यों से बेहतर हैं। प्रदेश में जहां सक्रिय केसों की संख्या अब 329 हैं वहीं आबादी के लिहाज से उत्तर प्रदेश से काफी कम आबादी वाले अन्य राज्यों में अब भी संक्रमण पर काबू नहीं पाया जा सका है।
जांच में यूपी अव्वल पिछले 24 घंटों में 02 लाख 32 हजार 28 कोविड सैम्पल की जांच की गई और 21 नए मरीज मिले। अब तक 07 करोड़ 15 लाख 21 हजार 631 कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। अब तक 16 लाख 86 हजार 83 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर 98.6 फीसदी है वहीं दैनिक पॉजिटिविटी दर 0.01 फीसदी दर्ज की गई।
प्रदेश सरकार अपना रही प्रो-एक्टिव नीति यूपी में कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार तेजी से कार्य कर रही है। प्रदेश में विशेषज्ञों के आंकलन के अनुसार कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के संबंध में योगी सरकार प्रो-एक्टिव नीति अपना रही है। सभी मेडिकल कॉलेजों में पीआईसीयू और एनआईसीयू की स्थापना को तेजी से पूरा किया जा रहा है। सरकारी मेडिकल कॉलेज और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज मे आइसोलेशन और आइसीयू 6,700 बेड स्थापित किए जा चुके हैं। इसके साथ ही प्रदेश सरकार डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टॉफ को संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर प्रशिक्षित किया जा रहा है। जिसमें 5,000 से अधिक डॉक्टरों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने का एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जिसके तहत 8700 से अधिक पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।