घटना से मऊआईमा इलाके में सनसनी फैल गई। लोगों की भारी भीड़ और आक्रोश को देखते हुए सीओ सोरांव आलोक मिश्रा भी भारी पुलिस फ़ोर्स के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए। इलाके में तनाव बना हुआ है।
बताया जा रहा है की मोहम्मद शमी दुबही गांव के निवासी थे। गांव के अलावा थाना पड़ाव के पास पेट्रोल पंप के बगल उनका एक कार्यालय था। रविवार देर शाम अपने किसी मित्र के साथ थोड़ी दूर पर स्थित ढाबे पर खाना खाया और उनके मित्र ने उनको उनके कार्यालय के गेट के पास छोड़ कर चले गए। जिसके बाद कार्यालय के गेट के अंदर घुसते समय घात लगाकर बैठे हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर डाली।
एक गोली सर में और 4 पेट और सीने में लगने के कारण वह लहूलुहान होकर वही जमीन पर गिर गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद हमलावर घर की दीवार फांदकर पीछे की ओर रेलवे लाइन की तरफ भाग निकले।
लोगों ने बताया कि हमलावर दो की संख्या में थे। फायरिंग की आवाज सुनने के बाद मौके पर दौड़कर पहुंचे तो देखा कि मोहम्मद शमी की मौत हो चुकी थी। मो. शमी चार बार समाजवादी पार्टी से मऊआइमा से ब्लॉक प्रमुख रहे थे। और समी को सबसे ज्यादा सुर्खियां उस वख्त मिली जब मो. समी ने कुंडा के विधायक राजा भैया के खिलाफ चुनाव लड़ा।
मो. समी की अपने इलाके में मजबूत पकड़ मानी जाती रही। लम्बे समय से समाजवादी पार्टी में रहे समी ने चुनाव से ठीक पहले बहुजन समाज पार्टी ज्वाइन कर ली थी। और उस इनके साथ बड़ी सख्या में लोगो सपा को छोड़ दिया था। मो. समी की हत्या के बाद इलाके में सन्नाटा पसरा है और लोगो में गुस्सा है।
हत्या से आक्रोशित पूर्व प्रमुख के समर्थकों ने इलाहाबाद फैजाबाद मार्ग पर शव रखकर जाम लगा दिया। थाने से महज 200 मीटर दूरी पर कोई घटना से लोगों में खासी नाराजगी थी। स्थिति गंभीर होते देख इंस्पेक्टर बृजेश कुमार बघेल और सीओ सोरांव आलोक मिश्रा भी थाने की फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। और किसी तरह लोगो को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया और आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की बात कही।