एग्जिट पोल के नतीजों में उत्तर प्रदेश में गठबंधन को सबसे ज्यादा सीटें मिलने का दावा किया जा रहा है। मतलब अखिलेश यादव मायावती ग्राउंड लेवल पर अपने मतदाताओं का वोट एक दूसरे प्रत्याशी को ट्रांसफर करवाने में सफर रहे।
कांग्रेस को लेकर किसी भी एजेंसी या चैनल के एग्जिट पोल में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को दो अधिक सीटें मिलती नहीं दिख रही हैं। एग्जिट पोल के नतीजों की बात करें तो उत्तर प्रदेश में प्रियंका का जादू चलता नहीं दिख रहा है। पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में दो सीटों पर जीत दर्ज की थी। इनमें अमेठी और रायबरेली की सीट शामिल थी। इस बार भी स्थिति वैसी ही बनती दिख रही है।
एबीपी
महागठबंधन-56 सीटें
भाजपा- 22
कांग्रेस- 02 सी वोटर
महागठबंधन- 40
भाजपा- 38 सीटें
कांग्रेस- 02 चुनाव परिणाम 23 मई को
एग्जिट पोल द्वारा दिखाए गए नतीजे संभावित होते हैं, वास्तविक नहीं। कौन जीता और कौन हारा? क्लियर स्थिति 23 मई के बाद ही पता चलेगी। चुनाव परिणाम से पहले एजेंसियां और चैनल्स अपने सर्वे के आधार पर एग्जिट पोल दिखाते हैं। इस सर्वे में वह मतदाताओं से पूछते हैं कि उन्होंने किसे वोट किया है। इसी आधार पर एग्जिट पोल तैयार किये जाते हैं।