वरुण गांधी ने बाड़मेर में क्रैश हुए फाइटर जेट को उड़ता हुआ ताबूत बताया है। जिसमें बैठने के बाद अक्सर ही देश के युवा पायलट को जान गंवानी पड़ती है। विमान हादसे को लेकर वरुण गांधी ने एक बार फिर से अपनी हो सरकार को घेरा है। उसके फैसले पर उंगली उठाई है।
यह भी पढे: उत्तराखंड, मध्य प्रदेश में भारी बारिश से यूपी के 20 जिलों में बाढ़, गंगा, यमुना, सरयू खतरे के निशान तक शुक्रवार सुबह ही वरुण गांधी ने ट्विटर पर लिखते हुए कहा कि, ‘कल बाड़मेर में हुई घटना से पूरा देश स्तब्ध व शोकाकुल है. कुछ वर्षों से मिग-21 लगातार हादसों का शिकार हो रहा है या अकेला लगभग 200 पायलटों की जान ले चुका है। आखिर कब यह उड़ता ताबूत हमारे बेड़े से हटेगा? देश की संसद को सोचना होगा क्या हम अपने बच्चों को यह विमान उड़ाने देंगे।
MIG Fighter Jet Supersonic
एविएशन के इतिहास में अब तक सबसे ज्यादा बनाया जाने वाला फाइटर जेट है, जो सुपरसोनिक फाइटर जेट है, जिसकी रफ्तार की वजह से ही इसे एयर फोर्स का बादशाह कहा जाता है। अब तक 11, 496 यूनिट्स का निर्माण किया जा चुका है।
एविएशन के इतिहास में अब तक सबसे ज्यादा बनाया जाने वाला फाइटर जेट है, जो सुपरसोनिक फाइटर जेट है, जिसकी रफ्तार की वजह से ही इसे एयर फोर्स का बादशाह कहा जाता है। अब तक 11, 496 यूनिट्स का निर्माण किया जा चुका है।
बालाकोट एयर स्ट्राइक में तेज MIG
मिग-21 बाइसन वही लड़ाकू विमान है, जिसके जरिए बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन ने पाकिस्तानी एफ-16 को मार गिराया था।
Mikoyan Gurevich (MiG-21)
मिग फाइटर जेट एक सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है, जिसका निर्माण सोवियत संघ के ‘मिकोयान गुरेविच डिज़ाइन ब्यूरो’ ने किया है। इसे “बलालैका” के नाम से बुलाया जाता था, क्योंकि यह रुसी संगीत वाद्य ऑलोवेक या ‘एक प्रकार की पेन्सिल’ की तरह दीखता था।
मिग-21 बाइसन वही लड़ाकू विमान है, जिसके जरिए बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन ने पाकिस्तानी एफ-16 को मार गिराया था।
Mikoyan Gurevich (MiG-21)
मिग फाइटर जेट एक सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है, जिसका निर्माण सोवियत संघ के ‘मिकोयान गुरेविच डिज़ाइन ब्यूरो’ ने किया है। इसे “बलालैका” के नाम से बुलाया जाता था, क्योंकि यह रुसी संगीत वाद्य ऑलोवेक या ‘एक प्रकार की पेन्सिल’ की तरह दीखता था।