नदियों में जलस्तर में बढ़ोत्तरी को लेकर बाढ़ नियंत्रण विभाग और जिला प्रशासन की टीम निगरानी में लग गई है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को एहतियात बरतने को कहा गया है। गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर जलस्तर बढ़ने के बाद तीर्थ पुरोहित अपने तख़्त सामान समेटकर पीछे आने लगे हैं। इसके साथ ही दुकान लगाने वाले दुकानदार भी पीछे हटने लगे हैं। पानी बढ़ने से कई घाट डूब गए हैं।
सरयू नदी का पानी खतरे के निशान से महज एक सेंटीमीटर दूर है। गुरुवार को सरयू का जलस्तर 92.730 खतरे के निशान से एक सेंटीमीटर नीचे 91.32 दर्ज किया गया। वहां बाढ़ का संकट गहराया है। गुरुवार सुबह 8 बजे तक करीब 2,69,842 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसके कारण सरयू का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।