पुष्प सुशोभित 11 वेदिया पर की गई आदि माँ गोमती विश्व कल्याण महाआरती महाआरती नमोस्तुते माँ गोमती एवं मनकामेश्वर मठ मंदिर की महंत दिव्यगिरी महाराज ने मुख्य मंच से माँ गोमती की महा आरती की साथ ही साथ ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा के अवसर पर महंत देव्यागिरि ने चंद्र आरती कर भगवान चंद्रदेव का आशीर्वाद प्राप्त किया। यू तो दोपहर से ही आसमान पर बदल घिरे हुए थे लेकिन मुख्य आरती के समय भक्तगणों को कुछ समय के लिए चन्द्रदेव के दर्शन प्राप्त किये। पंडित शिवानंद व पंडित शिव राम अवस्थी के आचार्यत्व में सभी वेदियों पर एक ही वेश भूषा में सभी पंडितों ने मंत्रों उच्चार के साथ माँ गोमती की आरती और पूजा अर्चना की।
कठपुतली संध्या देख मंत्र मुग्ध हुए श्रद्धालु। नमोस्तुते माँ गोमती एवं मनकामेश्वर मठ-मंदिर की ओर से कठपुतली संध्या का भी आयोजन उपवन घाट के मुख्य मंच पर किया गया, कार्यकम के अन्तर्गत नारायण श्रीवास्तव एवं सोनाली मौर्या ने कठपुतलीे द्वारा माँ गोमती की उद्गम कथा को मंचित किया बाद में मंच से ही उपस्थित कलाकारों समस्त उपवन घाट में उपस्थित श्रद्धालुओं से नदी एवं वातावरण को स्वच्छ रखने का संकल्प भी करवाया।