गुरुवार को अयोध्या में हुई 14 कोसी परिक्रमा में भी संघ और विहिप के कार्यकर्ताओं ने कैंप लगाकर परिक्रमा में शामिल श्रद्धालुओं को इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रण पत्र बांटे और एक पत्र के माध्यम से सन १९92 के आंदोलन को याद दिलाते हुए एक बार फिर से राम मंदिर निर्माण के लिए प्रयास करने की बात कही है।
25 नवंबर को अयोध्या में आयोजित होने वाली विराट धर्म सभा में लाखों की संख्या में राम भक्तों को जुटाने के लिए विहिप की तैयारियां पूरी हैं। एक विशालकाय मैदान को समतल कर वहां टेंट लगाकर व्यवस्था की जा रही है। इस बीच इस आयोजन को लेकर अयोध्या में हिंदू और मुस्लिम पक्षकारों के अलग-अलग बयान भी सामने आए हैं। शिवसेना और विहिप के कार्यक्रम को लेकर जहां मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने मुस्लिम समुदाय के लोगों पर जान का खतरा बताया था तो वहीं अयोध्या के संतों ने इकबाल अंसारी के बयान का जवाब देते हुए कहा कि अयोध्या में रहने वाले किसी भी मुस्लिम समुदाय के व्यक्ति को डरने की जरूरत नहीं है। अगर उन्हें किसी भी प्रकार का डर महसूस होता है तो वह अयोध्या के मंदिरों में आकर रह सकते हैं। मंदिरों के दरवाजे हमेशा उनके लिए खुले हैं। अयोध्या नगर निगम के महापौर ने भी कहा है कि अगर इकबाल अंसारी असुरक्षित महसूस करते हैं तो महापौर के घर का दरवाजा उनके लिए खुला है। वह बेहिचक अपने परिवार के साथ उनके घर में रह सकते हैं।
राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल एक बार फिर आंदोलन की तैयारी में है। जिसकी तैयारी को लेकर बजरंग दल में अवध प्रांत में 25 हजार नये बजरंगियों की भर्ती की गयी है। इन बजरंगियों को राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के साथ देश में हिंदू संस्कृति की रक्षा व हिंदू राष्ट्र स्थापना का संकल्प दिलाया गया। जिसके बाद इन बजरंगियों को अयोध्या में होने वाले धर्म सभा के दौरान एकत्र भी किया जाएगा। अयोध्या में विहिप मुख्यलय कारसेवक पुरम के देर शाम बजरंग दल के नए बजरंगियों की बैठक किया गया। फैजाबाद मंडल के संगठन प्रभारी धीरेश्वर वर्मा ने बताया कि अयोध्या में बजरंग दल के कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक वर्ष बजरंग दल के लोगों को दीक्षा देने का कार्य चलता है। इसके क्रम में इस वर्ष भी अयोध्या के साथ अवध प्रान्त में कई स्थानों पर नए बनाये गए बजरंगियों को एक साथ दीक्षा दिलाया गया है।