प्रदेश में बिजली आपूर्ति को भाजपा ने चुनाव में मुद्दा भी बनाया था। अपने वादे के अनुसार प्रदेश सरकार ने दशहरा से लेकर दीवाली तक प्रदेशवासियों को निर्बाध बिजली आपूर्ति देने का फैसला किया है। प्रकाश पर्व पर अंधेरा दूर करने और बाजारों से लेकर मुहल्लों तक की रौनक बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जिलों के साथ गांवों को भी शाम से रात तक बिजली देगी।
इसके लिए कारपोरेशन अध्यक्ष और प्रमुख सचिव ऊर्जा आलोक कुमार ने अतिरिक्त बिजली जुटाने के निर्देश दिए हैं। पावर कारपोरेशन द्वारा रविवार को जारी शेड्यूल के मुताबिक दशहरा से लेकर दीवाली तक गांवों में शाम से रात तक बिजली कटौती नहीं की जाएगी। इस दौरान स्थानीय खराबी या ब्रेकडाउन अधिक न हों, इसके लिए अधिकारियों व इंजीनियरों को पहले से तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं। मरम्मत के लिए गैंग की संख्या अधिक रखने और सभी जरूरी उपकरणों का इंतजाम भी पहले से ही करने को कहा गया है।
19,000-20,000 मेगावाट बिजली की होगी जरूरत पावर कॉरपोरेशन के अधिकारियों के मुताबिक 24 घंटे बिजली सप्लाई के लिए रोजाना 19 हजार से 20 हजार मेगावाट बिजली की जरूरत होगी। मौजूदा समय में बिजली की मांग 15 हजार से 16 हजार मेगावाट है। इसको देखते हुए कॉरपोरेशन ने 20हजार मेगावाट बिजली का इंतजाम कर लिया है।
बकरीद, रक्षाबंधन पर भी 24 घंटे बिजली का लिया गया था फैसला गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बकरीद, रक्षाबंधन और स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लोगों को 24 घंटे बिजली देने का फैसला किया था। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा था कि त्योहारों पर प्रदेश के किसी भी जिले में अनावश्यक रूप से बिजली की कटौती न की जाए।