मंगलवार रात पीजीआई हुआ छावनी में तब्दील- मंगलवार रात से ही अंसारी समर्थकों के जनमसूह को देखते हुए पीजीआई के मुख्य द्वार से लेकर पूरे परिसर में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। यह परिसर बाद में छावनी में तब्दील हो गया है क्योंकि पुलिस और समर्थकों में बड़ी झप हुई, पुलिस ने करीब 15 लोगों को गिरफ्तार भी किया। झड़प का कारण ज्यादा समर्थकों के अस्पताल में प्रवेश पर रोक को बताया जा रहा है।
वीवीआईपी के आगमन से पुलिस की बढ़ी मुश्किलें – वहीं बुधवार को मुख्तार अंसारी को देखने के लिए राजा भैया, महफूज अहमद किदवई, अक्षय प्रताप सिंह, विधायक वीरेंद्र यादव, पूर्व विधायक अभय सिंह, विधायक लाल जी वर्मा, समेत कई वीवीआई लोग भी पहुंचे। लेकिन फिर यहां पर भी उनके साथ मौजूद उनके समर्थक भी भवन में प्रवेश करने की जिद करने लगे। जिसपर अंकुश लगाने के लिए पुलिस को बल का इस्तेमाल करना पड़ा।
परेशान हुए अन्य मरीजों के परिजन- यह सब देखते हुए पुलिस ने और मुस्तैदी दिखाई और सघन चेकिंग के बाद ही व जिनके पास एंट्री पास हैं, उन्हीं को अंदर प्रवेश करने की अनुमति दी। लेकिन बिना पास इंट्री न मिलने पर पीजीआइ में भर्ती अन्य मरीजों के परिजनों को खूब मुश्किलों का सामना करना पड़ा। दूर-दराज से आए कई लोगों को अंदर नहीं जाने दिया गया। वे पुलिस वालों से फरियाद करते रहे, लेकिन यह देख के एक के साथ-साथ कई लोग अस्पताल में प्रवेश कर रहे हैं, पुलिस को उन्हें रोकना पड़ा।