हालांकि उन्होंने ये बात दिल्ली यूनिवर्सिटी नॉर्थ कैंपस में न्यू भारत फाउंडेशन की ओर से राम मंदिर पर आयोजित एक डिबेट में कही। लखनऊ में भी वह अक्सर ये बातें कहा करते हैं। उन्होंने कहा “मुस्लिम अच्छी तरह जानते हैं कि ऐसी जगह नमाज पढ़ी ही नहीं जा सकती जो जगह आपकी हो न, छीनी या कब्जा की हुई हो…तो जहां पर नमाज ही जायज नहीं है वो मस्जिद कैसी?”
इतिहास से छेड़छाड़ न हो शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमेन वसीम रिजवी यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा, “मुस्लिमों की ओर से अयोध्या में मस्जिद का केस हिस्ट्री के अंगेस्ट लड़ा जा रहा है. बाबर तो कभी अयोध्या आया ही नहीं था। मुझे मालूम है कि बाबर का सेनापति मीर बांकी अयोध्या आया था. वहां उसने कत्लेआम कर मंदिरों को तोड़ा. फिर अपने सैनिकों के लिए मस्जिद के रूप में एक स्ट्रक्चर बनवाया.”रिजवी ने कहा, “जब मार्च 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ये बात कोर्ट के बाहर भी सुलझाई जा सकती है तो मैंने कोशिश शुरू की। पहले हमने कट्टरपंथी मुल्लाओं से बात की कि शायद कोई रास्ता बन सके. लेकिन बात नहीं बनी. जब रास्ता नहीं बना तो हमने मंदिर पक्ष वालों से कोशिश की।”
बोले-मस्जिद भी बनेगी वह बोले कि हम अयोध्या के 14 कोसी परिक्रमा के बाहर मस्जिद बनाएंगे. इस बारे में हमने कोर्ट में एक समझौता पेश किया है. उसमें कहा है कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन जाए और लखनऊ में मस्जिदे-अमन बने।”रिजवी ने कहा “हम किसी मुगल बादशाह या जालिम सिपहसालार के नाम पर मस्जिद का नाम नहीं रखना चाहते. जो कट्टरपंथी मुसलमान हैं वही चाहते हैं कि आयोध्या में मस्जिद बने, बाकी मंदिर बनवाने के पक्ष में हैं।रिजवी ने कहा, “सुन्नी पक्ष से इसका कोई मतलब नहीं है. ये 1944 में पिक्चर में आए हैं उससे पहले ये कहीं पर भी नहीं थे. ये लोग देश का माहौल खराब कर रहे हैं.”
यूपी के पूर्व डीजीपी ने लगाया जयश्रीराम का नारा इसी कार्यक्रम में यूपी के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने जय श्रीराम के नारे लगाए. उन्होंने कहा “राम जन्मभूमि अयोध्या में नहीं तो क्या रावलपिंडी में बनेगी. राम जन्मभूमि अयोध्या में बनेगी. वह हिंदू-मुस्लिम सबकी होगी. आज अयोध्या में अगर मुसलमान भाई माला, फूल, पूजा सामग्री बंद कर दें तो कल पूजा बंद हो जाएगी. खड़ाऊ मुसलमान भाई बनाते हैं. हम उन मुसलमानों की बात कर रहे हैं, जेहादियों की नहीं. जेहादियों को जवाब देने के लिए मैं अकेले ही काफी हूं