राजधानी में जलभराव को लेकर मंगलवार को नगर निगम कार्यकारिणी में जोरदार हंगामा हुआ। सदस्यों ने अफसरों पर लापरवाही की आरोप लगाया। कहा, कि शहर लबालब हो गया, जनता परेशान होती रही।इसके लिए नाला सफाई के काम में देरी और उसमें भ्रष्टाचार जिम्मेदार है। हंगामे के बाद नाला सफाई के भुगतान की जांच कराए जाने का फैसला लिया गया। हंगामे और विरोध के बीच पार्षद कोटे की दो किस्तों के काम पर किसी तरह की रोक नहीं लगाने का प्रस्ताव भी पास कर दिया गया।अब दस दिन के अंदर पार्षद कोटे से विकास की फाइलें पास हो जाएंगी। इसके साथ ही कार्यकारिणी ने गृहकर में दी जा रही दस प्रशितत की छूट को एक महीने तक बढ़ाए जाने को मंजूरी दी गई।