प्रदेश में करीब 250 ऐसे शिक्षकों की कोविड के दौरान मौत हो गई जो नई पेंशन स्कीम में आते थे। अपर शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) डॉ. महेंद्र देव ने मंगलवार शाम आदेश जारी कर चालू खाता संख्या जारी कर दी। हरिश्चंद्र दीक्षित ने बताया कि नगर समेत पूरे प्रदेश में ऐसे प्रकरण बड़ी संख्या में थे जिन्हें अब तक लाभ नहीं मिल पा रहा था। जिले के कलेक्ट्रेट परिसर में जाकर महिलाएं अप्लाई कर सकती हैं। महिला कल्याण क्वार्डिनेटर फॉर्म उपलब्ध करा सकती हैं।
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UP Budget 2022 Live : हर पन्ने पर है फायदे-नुकसान का जिक्र, पूरा बजट सिर्फ पत्रिका पर कोरोना में अनाथ बच्चों रुपए मिलना बंद कोरोना में अनाथ हुए 226 बच्चों को चार हजार रुपये महीना मिलना ठप हो गया है। दो महीने से खाते में एक भी रुपये नहीं आए हैं। फिलहाल संबंधित बच्चों के रिश्तेदार लगातार कलेक्ट्रेट के चक्कर लगा रहे हैं। अभी बजट नहीं आने का हवाला दिया जा रहा है। वहीं 220 नए आवेदन भी सत्यापन नहीं होने के कारण फंसे हैं।
62 मृतकों के परिजनों को नहीं मिले 50 हजार बजट न होने से कोविड से मृतकों के परिजनों को 50 हजार रुपये का अनुदान नहीं मिल सका है। सुविधा पाने के लिए 62 मृतकों के परिजनों ने आवेदन किया। अफसरों की मानें तो बजट नहीं आ सका है। इसको लेकर पत्र लिखा गया है।