उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के रोकथाम के लिए पिछले वर्ष दिसम्बर माह में महिला पीआरवी की शुरुआत की गई थी। जिलों में मौजूद पीआरवी की दस प्रतिशत महिला पीआरवी के रूप में काम कर रह हैं। महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए रात में महिला एस्कार्ट की भी पुलिस विभाग की ओर से व्यवस्था की गई थी। इसका लाभ उठाने के लिए पीड़ित महिला को 112 नंबर पर कॉल करनी होती है और उसके तत्काल बाद आस पास के इलाके में मौजूद पीआरवी पीड़िता के पास पहुंचकर उसे गंत्वय तक पहुंचाती है। पीड़िता को घर पहुंचाने के बाद उसकी कुशल क्षेम भी पूछी जाती है।