रुकेगा फर्जीवाड़ा प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने बताया कि प्रदेश के सभी मदरसों में काम कर रहे कर्मचारियों का पूरा ब्योरा जब मानव सम्पदा पोर्टल पर सार्वजनिक कर दिया जाएगा तो साफ हो जाएगा कि कौन सा शिक्षक किस मदरसे में कार्यरत है और उसकी शैक्षिक योग्यता क्या है। उन्होंने बताया कि अभी ऐसी भी शिकायतें आती हैं कि एक शिक्षक कई मदरसों में पढ़ा कर एक नहीं बल्कि कई मदरसों से वेतन ले रहे हैं। मानव सम्पदा पोर्टल पर सारी जानकारी सार्वजनिक हो जाने के बाद इस फर्जीवाड़े पर भी रोक लगेगी। उन्होंने कहा कि अभी तक यह सारी लिखा पढ़ी मैनुअली होने की वजह से ऐसे फर्जीवाड़े पकड़ में नहीं आ पा रहे थे।
सीएम योगी ने दी सहमति मोहसिन रजा ने बताया कि इस बारे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सहमति भी दे दी है। उन्होंने बताया कि मदरसों के आलिम, फाजिल की योग्यता प्राप्त करने वालों को स्नातकोत्तर डिग्री के बराबर मान्यता दिये जाने पर भी विचार किया जा रहा है, ताकि विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में उर्दू के प्रवक्ता व प्रोफेसर आदि के पदों पर ऐसे युवाओं को नौकरियां मिल सकें।