बस अड्डों के निर्माण के लिए ई-टेंडर की प्रक्रिया शीघ्र ही शुरू की जायेगी। इस संबंध में बिडर्स के सुझावों के दृष्टिगत प्रस्ताव तैयार करके शीघ्र ही शासन की अनुमति के लिए भेजा जायेगा। शासन से अनुमति मिलते ही इसके लिए निविदाएं आमंत्रित की जायेगी।
पीपीपी मॉडल पर कौशांबी (गाजियाबाद), कानपुर सेंट्रल, वाराणसी कैंट, सिविल लाइन्स (प्रयागराज विभूतिखण्ड गोमतीनगर (लखनऊ), मेरठ, ट्रांसपोर्ट नगर (आगरा), ईदग (आगरा), आगरा फोर्ट (आगरा), अलीगढ़, मथुरा (ओल्ड ), गाजियाबाद, गोरखपुर, चारबाग बस स्टेशन, जीरो रोड डिपो (प्रयागराज ), अमौसी (लखनऊ), साहिबाबाद, अयोध्या समेत 18 बस अड्डों का विकास का किया जायेगा।
पीपीपी मॉडल पर तैयार होने वाले इन सभी बस अड्डों पर उच्च स्तरीय यात्री सुविधायें होंगी। पीपीपी मॉडल में बनने वाले सभी बस अड्डों को गुणवत्तायुक्त बनाया जायेगा। यात्रियों को मिलेगी सुविधा
योगी सरकार ने बस का सफर करने वाले सभी यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को लेकर विभागीय बैठक की और उस बैठक में पीपीपी मॉडल से बस अड्डों की आधुनिकता और उसकी प्रमुखता का विशेष ध्यान रख कर ही बनाया जा रहा हैं। बैठक में विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे। साथ ही परिवहन मंत्री ने कई महीनों से उत्तर प्रदेश की बस और बस अड्डों की हालत का जायजा लिया साथ ही मुख्यमंत्री के सम्मुख सभी जानकारी को रखा।