मुख्यमंत्री सोमवार को राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में एक अखबार द्वारा आयोजित मेधावी छात्र सम्मान में बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे। योगी ने कहा करीब ढाई साल पहले हम सत्ता में आए तो चौतरफा अराजकता और भ्रष्टाचार का माहौल था। लोग मान चुके थे कि यहां के हालात बदलने वाले नहीं । बावजूद इसके इस दौरान अलग अलग क्षेत्रों में जो बदलाव हुआ, जो रिकॉर्ड बने उसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व को है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में चमत्कारिक बदलाव हुआ है। विभिन्न बोर्डों की परीक्षाओं और नतीजों में पहले पांच माह लगते थे। अब यह पूरी प्रक्रिया एक महीने में पूरी हो जाती है, वह भी पूरी पारदर्शिता और शुचिता के साथ। उच्च और व्यवसायिक शिक्षा के क्षेत्र में भी सत्र नियमित हुए। मुख्यमंत्री ने बच्चों को सलाह दी की प्रतिस्पर्धा से घबराए नहीं, चुनौती को कबूल करें। हर असफलता एक सफलता का संदेश देती है। असफल होने के बाद अपनी कमियों का विश्लेषण करें। नियोजित तरीकों और पूरी लगन से तैयारी करें, निश्चित ही सफलता आपके कदम चुमेगी। अगर सफल हैं तो सफलतम बनने का प्रयास करें। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने मेधावी छात्रों को सम्मानित भी किया।
उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि शिक्षकों को बच्चों के लिए अपने आचार-व्यवहार में रोड मॉडल बनना होगा। बेहतर नतीजों के लिए अध्यनशील बनें, लगातार सिखते रहें। यहां तक की बच्चों से भी अगर कोई सीख मिलती है तो उसे भी सीखें।
कार्यक्रम में सरकार के मंत्री श्रीकांत शर्मा, महेंद्र सिंह, सुरेश राणा, बृजेश पाठक, आशुतोष टंडन, प्रदेश भर से आए मेधावी बच्चे उनके अभिभावक और शिक्षक मौजूद थे।