पुलिस के मुताबिक नाबालिक मृतका की पहचान कोमल (16) के रुप में हुई है। वह कक्षा आठवीं की छात्रा थी। जो कि अपने सौतेले पिता प्रेम रावत, मां रामदुलारी व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ दोधन खेड़ा गांव में रहती थी। पिता भुवनेश्वर और बाबा की मौत के बाद वह काफी दिनों से गुमसुम रह रही थी। फिर अचानक बाबा की कब्र पर पहुंचकर उसने खुद को आग लगा ली।
मां की दूसरी शादी से थी मायूस
कोमल के पिता भुनेश्वर की मौत के बाद मां रामदुलारी ने अपने देवर प्रेम से दूसरी शादी कर ली। कोमल इस शादी से बिल्कुल खुश नहीं थी। कोमल का सौतेला पिता व परिवार के अन्य सदस्य उसे बात-बात पर उल्टा-सीधा बोलते थें। इससे वह काफी परेशान रहने लगी थी।
बाबा के बहुत थी करीब, कब्र पर की आत्महत्या
कोमल पिता भुनेश्वर की मौत के बाद टूट गई थी, ऊपर से मां ने दूसरी शादी कर ली। आखिर में उसके एकलौते करीब बाबा ही बचे थें। लेकिन कुछ दिन पहले उनकी भी मौत हो गई। इसके बाद वह पूरे परिवार से कटी-कटी रहने लगी। शनिवार को अचानक उसने घर में तख्त पर बैठ अपने ऊपर मिट्टी का तेल डाला। मां ने मिट्टी के तेल की महक आने पर पूछा कि कोमल ने बताया कि तेल गलती से गिर गया है। इसके बाद वह घर से कुछ दूरी पर बाबा की समाधि पर पहुंच गई। यहां उसने खुद को आग लगा ली और उसकी मौत हो गई। पुलिस ने भी कोमल के घरेलू वज़ह से परेशान रहने की पुष्टि की।