आए दिन कभी यात्रियों से बदसलूकी की शिकायतें आती हैं तो कभी ड्राइवर की। इससे निपटने के लिए परिवहन विभाग (UP Transport Corporation) टेक्नोलॉजी की मदद लेगा। परिवहन विभाग ने बसों का रूट चेकिंग करने वाली टीम को बॉडी वॉर्न कैमरा से लैस कर दिया है। अब उत्तर प्रदेश की सरकारी बसों में चेकिंग करने वाली टीम ड्राइवर और कंडक्टर के साथ-साथ यात्रियों की हर हरकत को बतौर सुबूत इक_ा करेगी।
एक अक्टूबर से अमल में
यूपी परिवहन मुख्यालय (UP Transport Corporation Headquarters) ने आये दिन बसों की चेकिंग के दौरान चेकिंग करने वाली टीम के साथ कभी ड्राइवर-कंडक्टर की बदसलूकी तो कभी बिना टिकट पकड़े गए यात्रियों की बदजुबानी से निपटने का हाईटेक तरीका खोजा है। परिवहन विभाग ने अब क्षेत्रीय स्तर पर सभी चेकिंग टीम को बॉडी वॉर्न कैमरा देने का निर्णय लिया है। एक अक्टूबर से प्रदेश की सभी 80 विशेष जांच दल का सदस्य यह बॉडी वॉर्न कैमरा लगाकर चलेगा। कैमरा की खरीद के लिए मुख्यालय ने सभी रीजनल मैनेजर को धनराशि भी उपलब्ध करा दी गयी है।
कैमरे की फुटेज से पता चलेगी सच्चाई
इंटरसेप्टर सवार यह विशेष टीम रूट पर UPSRTC की बसों की चेकिंग करेगा और चेकिंग के दौरान होने वाली हर बातचीत हर बर्ताव को बॉडी वॉर्न कैमरे से बतौर सुबूत इक_ा जुटाया जाएगा। ताकि जांच टीम पर कभी कोई आरोप लगे तो कैमरे की फुटेज से सच्चाई पता लगाई जा सके। कैमरे से लैस होकर यह टीम उन ड्राइवर और कंडक्टर के लिए ज्यादा मुश्किलें खड़ी करेगी जो ड्यूटी पर शराब पीकर बस चलाते हैं या जो बिना टिकट काटे ही यात्रियों को सफर करवाते हैं।