पंजाब पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी शिव कुमार शर्मा के खिलाफ दो जांच चल रही है। इनमें से एक मामले की जांच गुरिंदर सिंह ढिल्लो कर रहे है। ढिल्लोने पत्रकारों को बताया कि सीबीआई ने शर्मा की शिकायत पर उनसे पूछताछ की है। मैंने सवालों के जवाब दिए और बताया कि उनके खिलाफ शिकायत झूठी है।
सीबीआई को पंजाब विजिलेंस ब्यूरो के पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शिव कुमार शर्मा की ओर से शिकायत दी गई थी कि उनके खिलाफ दर्ज मामले को कमजोर करने के लिए शिकायतकर्ता दस लाख रूपए मांग रहा है। उनके खिलाफ यह मामला झूठा दर्ज कराया गया है। इस मामले की जांच के लिए आईजी फिरोजपुर ने एसआईटी का गठन किया है। इस एसआईटी ने शिकायतकर्ता के निवास पर तलाशी ली और कुछ दस्तावेज ओर वस्तुए बरामद कीं। अब ये वस्तुए और दस्तावेज लौटाने एवं मामले को कमजोर करने के लिए शिकायतकर्ता की ओर से रिश्वत मांगी जा रही है।
सीबीआई ने इस शिकायत के आधार पर लुधियाना में जाल बिछाया और बिचैलिए को फिरोजपुर के आईजी गुरिंदर ढिल्लों की ओर से रिश्वत मागने और लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। बिचौलिए की गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने आईजी के पटियाला स्थित निवास कम कार्यालय से कुछ सम्बन्धित दस्तावेज बरामद किए है। बिचौलिए के मकान की तलाशी में दस लाख की रिश्वत में से पहली किस्त के रूप में लिए गए पांच लाख रूपए बरामद किए गए। ये पांच लाख रूपए चंडीगढ में लिए गए थे। सीबीआई ने आईजी के पटियाला निवास से भी शिव कुमार शर्मा के खिलाफ मामले से सम्बन्धित फाइल ली है। शिवकुमार शर्मा के खिलाफ एक पटवारी मोहन सिंह ने शिकायत दी है। मोहन सिंह का आरोप है कि लगान के 20 रूपए मांग लेने से नाराज शिवकुमार शर्मा ने उसे झूठे धान घोटाले में फंसा दिया अैर उत्पीडन किया।