नेपाल सीमा से घुस आए मजदूर
हरलाखी प्रखंड के रानीपट्टी गांव में तैनात ग्राम रक्षा दल के जवानों ने मजदूरों को पकड़ लिया। हरलाखी के बीडीओ अरुणा कुमारी चौधरी ने बताया कि इन सभी मजदूरों को विशौल उत्क्रमित मध्य विद्यालय में 14 दिनों के क्वारंटाइन में रख दिया गया है। यहां पुलिस प्रशासन निगरानी में जुटा है।
नेपाली पुलिस ने की मदद
क्वारंटाइन किए गए मजदूरों रवीन्द्र सहनी ने बताया कि नेपाल की पुलिस ने उन्हें सीमा पार कराने में बड़ी मदद की। कहा कि सीमा पर भारतीय सुरक्षा बल तैनात हैं तो सही ,पर जांच कहां हुई। सहनी समेत और दूसरे मजदूरों ने कहा कि हमलोग पैदल ही नेपाल से चलकर आ गए।
मोतिहारी के हैं रहनेवाले मजदूर
मजदूरों ने बताया कि वे सभी मोतिहारी के हरसिद्धि प्रखंड के रहने वाले हैं। कोरोना के चलते काम बंद हो गया। शुरु में कुछ दिनों तक गुजारा तो कर लिया मगर लॉकडाउन बढऩे से अब मुश्किल बढ़ गई थी। इसी चलते पैदल ही घर आने का निश्चय किया। नेपाली पुलिस ने इसमें हमारी भरपूर मदद की है। लेकिन भारतीय सीमा में ज़रूरी जांच तक नहीं की गई। जबकि बिहार सरकार सीमाओं के सील होने के बड़े दावे करती आ रही है।
दुकानदार ने दी ग्राम रक्षा दल को सूचना
ये मजदूर संभवत:आगे बढऩे में सफल हो जाते। एक ने नेपाली करेंसी से स्थानीय दुकानदार से खाने पीने का सामान खरीदने की कोशिश की। दुकानदार ने ग्राम रक्षा दल को सूचना दे दी। दल के जवानों ने तत्परता दिखाते हुए धावा बोला और सीमा पार से आए सभी मजदूरों को हिरासत में ले लिया। फिर प्रशासन की मदद से इन्हें क्वारंटाइन में रख दिया गया।