झाड़ियों के पीछे से आ रही थी रोने की आवाज, देखा तो इस हाल में मिली 8 महीनें की बच्ची
छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में में मानवता को शर्मशार करने की घटना सामने आई है। कोई अज्ञात महिला अपनी नवजात बच्ची को

महासमुंद. छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में में मानवता को शर्मशार करने की घटना सामने आई है। कोई अज्ञात महिला अपनी नवजात बच्ची को झाडिय़ों के पीछे फेंककर चली गई। सुबह जब बच्ची की रोने की आवाज आई तो गांव वालें झाडिय़ों के पास पहुंचे और नवजात को गोद में लेकर उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बागबाहरा पहुंचे।
बागबाहरा में प्राथमिक उपचार के लिए जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया। नवजात का शिशु गहन चिकित्सा यूनिट में इलाज जारी है। चिकित्सकों का कहना है कि अब बच्ची का स्वास्थ्य ठीक है।
जब बच्ची की रोने की आवाज आई तो
ग्रामीणों के अनुसार घटना सुबह 4 बजे की बताई जा रही है। कुछ बच्चे केशव कुम्हार की बाड़ी के पास खेल रहे थे। उसी दौरान झाडिय़ों के पास बच्चे की रोने आवाज सुनी। बच्चों ने इस बात की जानकारी गांव वालों को दी। ग्रामीण सूचना पाकर झाड़ी के पास पहुंचे। झाडिय़ों को हटाकर देखा तो वहां एक बच्ची पड़ी मिली। ग्रामीणों ने बच्ची को गोद में लेकर उक्त घटना की सूचना बुंदेली पुलिस को दी। गांव की मितानिन झमेश्वरी चक्रधारी ने बच्ची को साफ-सुथरा करने के बाद दूध पिलाया।
नवजात बच्ची 8 माह की प्रतीत हो रही है
इधर जिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आरके परदल का कहना है कि बच्ची स्वस्थ है। हालांकि बच्ची की शरीर में एक-दो जगह चोट के निशान पाए गए हैं। चिकित्सकों ने बताया कि नवजात बच्ची 8 माह की प्रतीत हो रही है, जिसका वजह 1 किलो 80 ग्राम है।
बच्ची के माता - पिता की चल रही हैं खोज
इलाज पूर्ण होने के बाद बच्ची को सीडब्ल्यूसी को सुपुर्द किया जाएगा। इधर बुंदेली चौकी प्रभारी ने बताया कि उक्त मामले में अज्ञात के खिलाफ धारा 317 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया है।
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