हालांकि, शुक्रवार को कुछ निजी बैंक खुले रहे और कामकाज होता रहा। शहर में एसबीआई, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक आदि के कार्यालय बंद रहे। कार्यालय के गेट के बाहर ही ताला लटका रहा। मिली जानकारी के अनुसार मांगें पूरी नहीं होने पर मार्च महीने में भी बैंककर्मी फिर हड़ताल पर जा सकते हैं। यूनियन फोरम से मिली जानकारी के अनुसार वेतन वृद्धि, पांच दिवसीय बैकिंग कार्य, नई पेंशन स्कीम, ठेका कर्मियों को समान काम और समान वेतन, अधिकारियों के लिए कार्य के निश्चित घंटे तय, बेसिक पे में स्पेशल भत्ते का विलय, लंच का सही समय आदि तय करने जैसी संबंधित मांग भारत सरकार से की गई है।
ज्ञात हो कि शुक्रवार को बैंकों में ताले लटकने के कारण आसपास गांव से संबंधित बैंकों में पहुंचे लोगों को भारी परेशानी हुई। ऐसे में दो दिन तक हड़ताल रही, तो एटीएम भी खाली हो जाएंगे। जयप्रकाश ने बताया कि बैंक से पैसा जमा करने के लिए आया था, लेकिन बैंक बंद होने की जानकारी नहीं थी। वहीं एक स्कूल शिक्षक ने बताया कि स्कूल की फीस का पैसा जमा करने के लिए बैंक आया था, लेकिन जमा नहीं हुआ। ऐसे में अब पैसे को रखने की जिम्मेदारी होगी। वहीं व्यापारी लोकेश साहू ने बताया कि दुकान का पैसा जमा करना था, हड़ताल है, इसकी जानकारी नहीं थी। इस कारण पैसा जमा नहीं कर पाया।