तिलक के पिता श्याम किशोर झा पूजा-पाठ कर परिवार का भरण पोषण करते हैं। तिलक ने बताया वह डॉक्टर बनना चाहता है। तिलक ने बेहतर रिजल्ट के लिए माता-पिता एवं शिक्षकों को इसका श्रेय दिया है। तिलक ने बताया कि वह स्कूल समय के अलावा 6-7 घंटे पढ़ाई करता था। वह सोशल मीडिया से दूरी बना ली थी।
उसने बताया कि उसने दसवीं में पहुंचते ही प्रारंभ से लक्ष्य निर्धारित किया था वह इस वर्ष शत-प्रतिशत अंक लाने का प्रयास करेगा। उनके पिता से जब पुत्र की सफलता के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने सिर्फ अपने बच्चे को समय दिया है, जो कि सबसे महत्वपूर्ण है।
इस अवसर पर प्राचार्य रमेश कर ने परीक्षा परिणाम पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि विद्यालय परिवार छात्र के उन्नत और उज्वल भविष्य की कामना करते हैं। विकासखंड सहायक शिक्षक अधिकारी विनोद कुमार शुक्ला तथा लोकेश्वर सिंह कंवर भी तिलक झा को शुभकामनाएं देने उनके निवास पहुंचे।