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महासमुंद

ओडिशा की सीमा से लगे इस क्षेत्र में सड़कों पर उतरी महिलाएं, ये है वजह

अवैध शराब बिक्रय को लेकर ग्रामीणों में जहां गाली-गलौज से लेकर मारपीट तक होने लगी है

महासमुंदSep 11, 2018 / 03:13 pm

Deepak Sahu

cgnews

ओडिशा की सीमा से लगे इस क्षेत्र में सड़कों पर उतरी महिलाएं, ये है वजह

सरायपाली. क्षेत्र का बहुत बड़ा इलाका ओडिशा सीमा से लगा हुआ है। ओडिशा में बनी शराब को सिरपुर, बलौदा, तोरेसिंहा, तोषगांव, सिंघोड़ा, चारभाठा क्षेत्र के गांवों में आसानी से खपाया जा रहा है। शराब तस्कर ओडिशा से शराब लाकर यहां के कोचियों के माध्यम से बेच रहे हैं। बताया जाता है कि ओडिशा में बनी शराब यहां की शराब से सस्ती होने की वजह से उसकी मांग बढ़ जाती है।

जिस तरह से महासमुंद जिले के एकमात्र निर्दलीय विधायक डॉ. विमल चोपड़ा ने शराबबंदी को लेकर जन जागरण अभियान चला रखा है व छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जे) के संस्थापक अजीत जोगी ने अपनी सरकार बनने पर छत्तीसगढ़ में शराबबंदी लागू करने की घोषणा की है। जिससे यह माना जा रहा है कि आने वाले चुनाव में शराबबंदी एक चुनावी मुद्दा बन सकता है। शराब के अवैध कारोबार से बहुत बड़ा वर्ग में रोष व्याप्त है। जो इसकी लत में पडक़र बर्बाद हो रहे हैं। उनके परिजन शराबबंदी लागू करवाना चाहते हैं। समाज का बहुत बड़ा वर्ग समाज पर पढ़ रहे दुष्प्रभाव से काफी चिंतित हैं। अवैध शराब की बिक्री के चलते गांव में अराजकता का माहौल है। शराबबंदी चुनावी मुद्दा बनने से सत्ता पक्ष को भारी पड़ सकता है। चुनावी मुद्दा के साथ-साथ महुआ शराब चुनाव परिणाम को प्रभावित करने में बड़ी भूमिका निभा सकती है। वोटरों को लुभाने के लिए महुआ शराब के उपयोग से भी इनकार नहीं किया जा सकता।

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