प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद ही लोकसभा चुनाव(Lok sabha CG 2019 ) कि तैयारी में लोग नज़र आये थे लेकिन प्रदेश में शायद मोदी फेक्टर के सामने कांग्रेस की मेहनत रंग दिखा नहीं पाई । आपको बता दे लोकसभा चुनाव में प्रदेश के सभी सीटों के बीच सीधा टक्कर है। छत्तीसगढ़ के सभी 11 लोकसभा सीटों पर मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हो गई थी।
मतगणना के लिए प्रदेश के सभी 27 जिलों में मतगणना केंद्र बनाए गए थे । इनमें 5 हजार 184 गणनाकर्मियों और 1500 माइक्रोऑब्जर्वर नियुक्ति किए गए थे । शांतिपूर्ण तरीके से मतगणना कराने के लिए त्रि-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था भी की गई थी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं अभनपुर विधायक धनेन्द्र साहू
महासमुंद(Mahasamund Seat) सीट से दावेदारी में रहे कांग्रेस के धनेन्द्र साहू अभनपुर विधानसभा(Assembly Election) सीट से 5 बार विधायक रहे है लेकिन विधानसभा चुनाव में विधायक बनने के बाद भी उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया लिहाजा प्रदेश कांग्रेस और मुख्यमंत्री बघेल(CM Bhupesh Baghel)को काफी नाराजगी का सामना करना पड़ा था। नाराज धनेन्द्र साहू ने मनाने पहुंचीं राज्यसभा सांसद छाया वर्मा को भी साहू ने दो टूक जवाब देते हुए उन्होंने कहा था कि किसी भी सहानुभूति की जरूरत नहीं है।