जिला सहकारी बैंक के अनुसार जिले में एक लाख 17 हजार पंजीकृत किसान हैं। कृषि कार्य के लिए 49,222 किसानों ने जिला सहकारी बैंक से 217 करोड़ का ऋण लिया था। लोकसभा चुनाव प्रारंभ होने के पहले ही जिले के कर्जदार किसानों को ऋण मुक्ति का प्रमाण-पत्र का वितरण किया गया। जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी डीएल नायक ने बताया कि इस वर्ष 46 हजार किसानों को ऋण मुक्ति का प्रमाण-पत्र वितरण किया जा चुका है।
आचार संहिता लगने के कारण शेष किसानों को प्रमाण-पत्र नहीं मिल पाया है। आचार संहिता समाप्त होने के बाद इन किसानों को भी प्रमाण-पत्र वितरण किया जाएगा। इसके बाद अल्पकालीन किसानों का ऋण पूरी तरह से ऋण माफ हो जाएगा। वहीं वर्षों से कर्जदार किसान भी अपनी ऋण माफी का इंतजार कर रहे हैं। जिले में 82 हजार किसानों का 384 करोड़ रुपए कर्ज है। ऋण अदा नहीं करने के कारण ये किसान धान नहीं बेच पाए थे। इन किसानों की कर्ज माफी की प्रक्रिया चल रही है।