सडक़ किनारे दुकानें सजने के कारण सडक़ संकरी नजर आ रही है। इस कारण सडक़ पर ही वाहनों की पार्किंग हो रही है। एक साथ दोनों तरफ से गाडिय़ां नहीं गुजर पातीं। इससे आवागमन बाधित हो जाता है। शहर में बरोंडाबाजार से लेकर जिला अस्पताल खरोरा तक सैकड़ों लोग सडक़ किनारे ठेले लगाकर चाट, गुपचुप, भेल, कपड़े, जूते बेच रहे हैं। कई लोगों ने स्थाई रूप से कब्जा भी कर लिया है, गैरेज भी बना रखा है। अब उन्हें आगामी दिनों में नोटिस जारी किया जाएगा।
गौरतलब है कि लभराखुर्द से घोड़ारी तक 58 करोड़ की लागत से सडक़ चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण का कार्य जारी है। आचार संहिता की वजह से कार्य सुस्त गति से चल रहा है। एनएच द्वारा विद्युत कंपनी को बकाया राशि देने के बाद अब चौड़ीकरण कार्य में तेजी आने की उम्मीद है। शहरवासी लंबे समय से सडक़ चौड़ीकरण का इंतजार कर रहे हैं, ताकि आवागमन में आ रही बाधा दूर हो सके। अभी भी मेन रोड से पेड़ नहीं काटे गए हैं।